द लोकतंत्र: कजरी तीज का व्रत भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। यह पर्व विवाहित महिलाओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि इस दिन वे अपने पति की लंबी उम्र, सुख-समृद्धि और वैवाहिक जीवन की खुशहाली के लिए व्रत रखती हैं। अविवाहित लड़कियां भी इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की आराधना करके शीघ्र विवाह की कामना करती हैं।
इस वर्ष कजरी तीज 2025 का व्रत 12 अगस्त को मनाया जा रहा है। मान्यता है कि इस दिन कुछ विशेष पूजा और उपाय करने से भगवान शिव और माता पार्वती का आशीर्वाद प्राप्त होता है और सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
शीघ्र विवाह के लिए उपाय:
कजरी तीज के दिन प्रदोष काल में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करें। पूजा के दौरान भगवान शिव को पीले वस्त्र और माता पार्वती को लाल वस्त्र अर्पित करें। घी का दीपक जलाकर शीघ्र विवाह की प्रार्थना करें।
जीवनसाथी के स्वास्थ्य के लिए उपाय:
शाम के समय शिव मंदिर जाएं और शिवलिंग पर जल व पंचामृत चढ़ाएं। इसके बाद अपने जीवनसाथी की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करें।
सुखी दांपत्य जीवन के लिए उपाय:
भगवान शिव को बेलपत्र, फूल और अबीर चढ़ाएं, जबकि माता गौरी को चांदी के पात्र में सिंदूर अर्पित करें। इस सिंदूर का नियमित उपयोग करने से पति-पत्नी के रिश्ते में मधुरता बढ़ती है।
कजरी तीज पूजा विधि
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और निर्जल व्रत रखें। गर्भवती महिलाएं फलाहार कर सकती हैं। नीमाड़ी माता की पूजा कर उन्हें जल, रोली, अक्षत, मेंहदी, काजल और वस्त्र अर्पित करें। भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष पूजा करें, ब्राह्मणों को भोजन कराएं और दान दें।
शाम को श्रृंगार करके चंद्रमा को अर्घ्य दें और परिक्रमा करने के बाद व्रत का पारण करें। मान्यता है कि इस प्रकार की पूजा से वैवाहिक जीवन में सुख-शांति बनी रहती है और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।