द लोकतंत्र : आज 19 अक्टूबर 2025 को छोटी दिवाली और इसके अगले दिन 20 अक्टूबर 2025 को बड़ी दिवाली का त्योहार देशभर में धूमधाम से मनाया जाएगा। दीपावली एक ऐसा पर्व है जिसका इंतजार हर भारतीय को बेसब्री से होता है। यह रात दीयों की रोशनी, चमचमाती लाइटों और सकारात्मकता का प्रतीक है, जो सभी तरह के नकारात्मक अंधकार को दूर कर घरों को उज्जवल कर देती है।
ज्योतिष शास्त्र में, दिवाली की रात को आध्यात्मिक जागरण और ग्रह दोषों को शांत करने के लिए सबसे शक्तिशाली समय माना जाता है। इसी संदर्भ में, ज्योतिषाचार्य ने नवज्योति से जुड़ा एक विशेष उपाय बताया है, जो आपकी कुंडली में स्थित नौ ग्रहों के दोषों को ठीक करने का सबसे सरल और प्रभावी माध्यम है।
20 अक्टूबर को रात 9:09 बजे जलाएं ‘नवज्योति दीया’
ज्योतिषाचार्य ने सलाह दी है कि 20 अक्टूबर 2025 की रात 9 बजकर 9 मिनट पर ‘नवज्योति दीया’ जलाना चाहिए, जिसके अंदर नौ बाती हों।
- नौ बाती का महत्व: ये नौ बाती नौ दिशाओं का प्रतीक हैं, और जब ये नौ दिशाओं से एक साथ जलती हैं, तो यह आपके घर में नौ ग्रहों की ऊर्जा का संचार सकारात्मक रूप में करती है।
- ग्रह दोषों से मुक्ति: दिवाली के मौके पर अपने ग्रह दोषों को सही करने का यह एक बेहद शानदार मौका है, क्योंकि यह उपाय सीधे नौ ग्रहों की कृपा को आकर्षित करता है।
अंक ज्योतिष और नवग्रहों का कनेक्शन
इस उपाय के पीछे अंक ज्योतिष (Numerology) का भी एक मजबूत आधार है, जो इसे और भी शक्तिशाली बनाता है:
- वर्ष का अंक: यह साल 2025 है, जिसका योग (2+0+2+5) अंक 9 बनता है।
- मंगल का प्रतीक: अंक 9 को ज्योतिष में मंगल ग्रह का प्रतीक माना जाता है, जो ऊर्जा, साहस और शुभता लाता है।
- समय का महत्व: रात को 9 बजकर 9 मिनट का समय नवग्रहों का भी प्रतीक है।
इस विशेष मुहूर्त में नवज्योति जलाने से नवग्रहों की कृपा आपके पूरे परिवार पर बनी रहेगी और मंगल ग्रह की शुभता से सब कुछ मंगलमय होना शुरू हो जाएगा।
दीपक को सूर्योदय तक जलाएं
एस्ट्रोलॉजर ने आगे बताया कि इस नवज्योति दीये को साधारण दीयों की तरह कुछ देर बाद नहीं बुझाना है। इस दीये को सूर्योदय (Sunrise) तक जलता रहना चाहिए।
- स्थायी प्रभाव: जब यह नौ बाती वाला दीया पूरी रात घर में जलता रहेगा, तो यह आपकी कुंडली में स्थित नव ग्रहों से जुड़े दोषों को धीरे-धीरे खत्म करना शुरू कर देगा।
- लक्ष्मी कृपा: नवग्रहों के शांत होने से घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा दूर होगी, मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होगी, और जीवन में चल रही बाधाएं दूर होकर सब कुछ मंगलमय होना शुरू हो जाएगा।
नवज्योति के इस उपाय के अलावा, दिवाली की रात को मां लक्ष्मी के विशेष मंत्रों का भी जाप करते रहना चाहिए। याद रखें, दिवाली जितना रोशनी और मिठाइयों का पर्व है, उससे कई अधिक यह अपनी आध्यात्मिक ऊर्जा को जागृत करने का भी दिन है। इस सरल उपाय को अपनाकर आप इस दिवाली अपने जीवन को सकारात्मकता से भर सकते हैं।

