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Lord Shiva Favourite Leaves: किन पत्तों से होती है भोलेनाथ की कृपा, जानिए शिवलिंग पर क्या चढ़ाएं

द लोकतंत्र: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए विशेष प्रकार के पत्तों का उपयोग किया जाता है। इनमें सबसे प्रमुख है बिल्व पत्र, जिसे बेल पत्र भी कहा जाता है। कहा जाता है कि भगवान शिव को बेल पत्र अत्यंत प्रिय हैं और इन्हें शिवलिंग पर चढ़ाने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि बेल पत्र के अलावा भी कई ऐसे पत्ते हैं जिन्हें शिवलिंग पर चढ़ाना अत्यंत शुभ माना गया है? आइए जानते हैं उन पत्तों के बारे में, जिनसे भोलेनाथ की कृपा जल्दी मिलती है।

शमी के पत्ते:
धार्मिक मान्यता है कि शमी का पेड़ शनि से जुड़ा होता है, लेकिन इसके पत्ते भगवान शिव को भी अत्यंत प्रिय हैं। शिवलिंग पर शमी के पत्ते चढ़ाने से शनि दोष कम होता है और कार्यों में सफलता मिलती है।

धतूरा के पत्ते:
धतूरा एक विषैला पौधा है लेकिन यह भगवान शिव को अर्पित किया जाता है। माना जाता है कि शिवलिंग पर धतूरा के पत्ते चढ़ाने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और मानसिक शांति मिलती है।

भांग के पत्ते:
भांग शिवजी का प्रिय प्रसाद माना जाता है। भांग के पत्ते चढ़ाने से शिव कृपा से मानसिक तनाव दूर होता है और मन की इच्छाएं पूरी होती हैं।

पीपल के पत्ते:
धार्मिक मान्यता है कि पीपल के पेड़ में सभी देवताओं का वास होता है। सोमवती अमावस्या और शिवरात्रि जैसे विशेष अवसरों पर पीपल के पत्ते शिवलिंग पर चढ़ाना अत्यंत लाभकारी होता है।

आकड़े के पत्ते:
आकड़ा एक औषधीय पौधा है, लेकिन धार्मिक दृष्टि से इसके पत्ते शिव पूजन में विशेष माने जाते हैं। आकड़े के पत्ते चढ़ाने से जीवन में शांति और खुशहाली आती है।

दूर्वा और बांस के पत्ते:
कई क्षेत्रों में शिवलिंग पर दूर्वा और बांस के पत्ते भी चढ़ाए जाते हैं। माना जाता है कि ये पत्ते समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक होते हैं।

अगर आप शिव पूजा में इन पत्तों का नियमित रूप से उपयोग करते हैं, तो न केवल आपको भोलेनाथ की कृपा मिलती है, बल्कि जीवन में बाधाएं भी दूर होती हैं। हर सोमवार या महाशिवरात्रि जैसे पर्व पर इन पत्तों से शिवलिंग की पूजा करने से विशेष फल प्राप्त होते हैं।

Uma Pathak

Uma Pathak

About Author

उमा पाठक ने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से मास कम्युनिकेशन में स्नातक और बीएचयू से हिन्दी पत्रकारिता में परास्नातक किया है। पाँच वर्षों से अधिक का अनुभव रखने वाली उमा ने कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में अपनी सेवाएँ दी हैं। उमा पत्रकारिता में गहराई और निष्पक्षता के लिए जानी जाती हैं।

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