द लोकतंत्र : आज के डिजिटल युग में मोबाइल फोन हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गया है। हर व्यक्ति अपने फोन को सजाने के लिए वॉलपेपर का इस्तेमाल करता है। अक्सर लोग मोबाइल पर प्राकृतिक दृश्य, सेलिब्रिटी या धार्मिक छवियां लगाते हैं। लेकिन धार्मिक भावनाओं से जुड़े वॉलपेपर लगाना हमेशा उचित नहीं माना जाता।
मोबाइल फोन का इस्तेमाल हर जगह होता है, चाहे वह बाथरूम हो, सड़क हो या कोई अशुद्ध स्थान। ऐसे में भगवान या देवी-देवताओं की तस्वीर का वॉलपेपर लगाना उनके प्रति सम्मान और मर्यादा का उल्लंघन कर सकता है। लगातार आने वाले कॉल, मैसेज और नोटिफिकेशन इस तस्वीर के प्रति श्रद्धा को कम कर देते हैं। धीरे-धीरे भगवान के प्रति हमारी भक्ति और भावनाएं कमजोर हो सकती हैं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, मोबाइल पर धार्मिक तस्वीरें रखना अशुभ माना जाता है। ऐसा करने से पूजा स्थलों की गरिमा का उल्लंघन होता है और ग्रहों के प्रभाव से जीवन में नकारात्मक परिणाम भी हो सकते हैं। इसीलिए, भगवान या देवी-देवताओं की तस्वीरें हमेशा मंदिर या घर के पवित्र स्थानों पर ही रखनी चाहिए।
धार्मिक विशेषज्ञों का मानना है कि वॉलपेपर केवल सजावट का माध्यम है, लेकिन यह हमारे व्यक्तित्व और मानसिक स्थिति को भी प्रभावित करता है। इसलिए किसी भी धार्मिक छवि को ऐसे माध्यम पर रखने से बचना चाहिए, जो बार-बार अशुद्ध वातावरण में ले जाया जा सकता है।
हालांकि, अगर किसी को अपने मोबाइल फोन को सजाना है, तो प्राकृतिक दृश्य, फूलों के फोटो या आध्यात्मिक संदेश वाले वॉलपेपर सुरक्षित और शुभ विकल्प हो सकते हैं। इससे न केवल फोन आकर्षक दिखता है, बल्कि यह किसी धार्मिक मर्यादा का उल्लंघन भी नहीं करता।
इस प्रकार, मोबाइल पर भगवान की तस्वीर लगाना या धार्मिक स्थलों की छवियां रखने से बचना ही बुद्धिमानी है। यह न केवल सम्मान की भावना बनाए रखता है, बल्कि जीवन में शुभ फल और सकारात्मक ऊर्जा को भी बढ़ावा देता है।