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मनी प्लांट को धन-समृद्धि का Hub कैसे बनाएँ: वास्तु शास्त्र के 4 अचूक उपाय, मिट्टी में दूध, चीनी और दक्षिण-पूर्व दिशा का महत्व

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द लोकतंत्र : भारतीय संस्कृति और जीवनशैली में वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) का महत्व गहरा है, जो ऊर्जा संतुलन और सकारात्मकता पर आधारित है। इसी कड़ी में, मनी प्लांट (Money Plant) को न केवल घर की शोभा बढ़ाने वाला, बल्कि साक्षात धन और सौभाग्य को आकर्षित करने वाला पौधा माना गया है। ऐसी मान्यता है कि यदि मनी प्लांट को वास्तु के नियमों के अनुसार सही दिशा और विशेष उपायों के साथ रखा जाए, तो यह घर में आर्थिक स्थिरता और खुशहाली का स्थायी वास सुनिश्चित करता है।

पृष्ठभूमि: सकारात्मक ऊर्जा का संचार

मनी प्लांट को वैज्ञानिक रूप से एपिप्रेमनम ऑरियम (Epipremnum Aureum) कहा जाता है। वास्तु के अनुसार, इसके नीचे की ओर बढ़ते पत्ते नकारात्मकता का शमन करते हैं, जबकि इसकी बढ़ती लताएँ जीवन में प्रगति का प्रतीक मानी जाती हैं। हालांकि, इसके अधिकतम शुभ फल प्राप्त करने के लिए इसे लगाने के तरीके में कुछ पारंपरिक और आध्यात्मिक उपायों को शामिल करना अत्यंत प्रभावी माना गया है।

मनी प्लांट की मिट्टी में विशेष तत्वों का मिश्रण

वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार, मनी प्लांट लगाते समय इसकी मिट्टी में कुछ विशिष्ट तत्वों को मिलाना चाहिए:

मिट्टी में दूध का प्रयोग: मनी प्लांट की मिट्टी में थोड़ा सा कच्चा दूध डालना अत्यंत शुभ माना जाता है। दूध को हिंदू धर्म में पवित्रता, शुद्धता और लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है। यह उपाय घर के वातावरण में सात्विक ऊर्जा का संचार करता है। माना जाता है कि नियमित रूप से यह उपाय करने से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है और घर में स्थायी लक्ष्मी का वास बना रहता है, जिससे कर्ज संबंधी परेशानियाँ दूर होती हैं।

चीनी का समावेश: थोड़ी सी चीनी (शक्कर) को मिट्टी में मिलाना भी शुभ फल देता है। चीनी मिठास, मधुरता और सकारात्मकता का प्रतीक है। वास्तु सिद्धांत के अनुसार, यह उपाय धन हानि को रोकने में मदद करता है और राहु से जुड़े दोषों को कम करने में सहायक सिद्ध होता है। यह घर के सदस्यों के रिश्तों में भी मधुरता बनाए रखता है।

दिशा और कलावा: ऊर्जा संतुलन का महत्व

वास्तु में किसी भी पौधे को लगाने की दिशा सबसे महत्वपूर्ण मानी गई है:

दक्षिण-पूर्व दिशा (अग्नि कोण): वास्तु शास्त्र के अनुसार, मनी प्लांट को हमेशा दक्षिण-पूर्व दिशा में ही स्थापित करना चाहिए। इस दिशा को भगवान गणेश और समृद्धि की देवी लक्ष्मी का स्थान माना गया है। यह दिशा अग्नि तत्व से संबंधित है, और इस दिशा में मनी प्लांट लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का तीव्र संचार होता है, जिससे आर्थिक प्रगति में तीव्रता आती है।

लाल कलावा (मौली) बांधना: पौधे के तने पर एक लाल कलावा या मौली बांधना शुभ माना जाता है। कलावा, जिसे रक्षा सूत्र भी कहते हैं, पौधे को नकारात्मक शक्तियों से बचाता है। यह उपाय शुभ ऊर्जा को केंद्रित करने और घर में सुख-शांति तथा समृद्धि बनाए रखने में सहायक होता है।

विशेषज्ञों की राय और सार्वजनिक निहितार्थ

एक प्रसिद्ध वास्तु विशेषज्ञ के अनुसार, “ये उपाय केवल अंधविश्वास नहीं हैं, बल्कि ये सकारात्मक मानसिक प्रोग्रामिंग (Mental Programming) और प्रतीकात्मकता पर आधारित हैं। दूध और चीनी मिट्टी को पोषक तत्व भी देते हैं, जो पौधे की वृद्धि को बेहतर बनाते हैं। जब पौधा हरा-भरा होता है, तो यह सकारात्मकता को स्वचालित रूप से बढ़ाता है।” यह अभ्यास लोगों को प्रकृति से जुड़ने और अपनी आर्थिक स्थिति को लेकर एक आशावादी दृष्टिकोण बनाए रखने के लिए प्रेरित करता है।

मनी प्लांट को सही दिशा और इन पारंपरिक उपायों के साथ लगाना घर में केवल हरियाली नहीं लाता, बल्कि धन, सौभाग्य और सकारात्मकता का मार्ग भी प्रशस्त करता है। इन सरल और प्रभावी उपायों को अपनाकर हर कोई अपने घर को समृद्धि के केंद्र में बदल सकता है।

Disclaimer: यह लेख उपलब्ध समाचारों के तथ्यों और विशेषज्ञ विश्लेषणों पर आधारित है।

Uma Pathak

Uma Pathak

About Author

उमा पाठक ने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से मास कम्युनिकेशन में स्नातक और बीएचयू से हिन्दी पत्रकारिता में परास्नातक किया है। पाँच वर्षों से अधिक का अनुभव रखने वाली उमा ने कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में अपनी सेवाएँ दी हैं। उमा पत्रकारिता में गहराई और निष्पक्षता के लिए जानी जाती हैं।

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