द लोकतंत्र: अगर आप लगातार जीवन में बाधाएं, तनाव, नौकरी में रुकावट या मानसिक उलझनें महसूस कर रहे हैं, तो इसका संबंध आपकी कुंडली में बार-बार बनने वाले ग्रह दोषों से हो सकता है। लेकिन अच्छी बात ये है कि इन दोषों का समाधान अत्यंत सरल और सुलभ है, गाय को सात्विक भोजन अर्पण करना।
शास्त्रों के अनुसार, गाय को देवी का स्वरूप माना गया है। कहा जाता है कि उसके शरीर में 33 कोटि देवी-देवताओं का वास होता है। अतः जब हम गाय को कुछ अर्पण करते हैं, तो वह ऊर्जा सीधे उन देवताओं तक पहुंचती है और ग्रहों के अशुभ प्रभाव को समाप्त करती है।
सूर्य दोष शांति उपाय:
सूर्य आत्मबल और शासन का प्रतीक है। कमजोर सूर्य के लिए गाय को गुड़ खिलाएं। यह आत्मविश्वास और प्रभाव बढ़ाता है।
चंद्रमा दोष शांति उपाय:
चंद्रमा मन का कारक है। इसे शांत करने के लिए चावल या खीर गाय को अर्पण करें, विशेषकर पूर्णिमा को। यह मानसिक तनाव को दूर करता है।
मंगल दोष निवारण उपाय:
मंगल उग्र ग्रह है। मसूर की दाल, गुड़ और रोटी का मिश्रण गाय को खिलाएं। यह गुस्सा और रक्त संबंधी दोष शांत करता है।
बुध दोष शांति उपाय:
बुध वाणी और व्यापार का कारक है। हरा चारा या पालक गाय को अर्पित करें। यह वाणी, बुद्धि और निर्णय शक्ति में सुधार करता है।
गुरु (बृहस्पति) दोष:
अगर गुरु अशुभ है, तो चना दाल और घी लगी रोटी गाय को दें। इससे संतान सुख और आध्यात्मिक उन्नति मिलती है।
शनि दोष निवारण:
शनि न्याय और कर्म का ग्रह है। गाय को सरसों के तेल से चुपड़ी रोटी खिलाने से नौकरी, स्वास्थ्य और बाधाएं दूर होती हैं।
राहु-केतु दोष उपाय:
राहु दोष में: सफेद तिल और रोटी दें।
केतु दोष में: उबली मूंग दाल अर्पण करें।
ये उपाय छाया ग्रहों की नकारात्मकता को दूर करते हैं।
गाय को अर्पण करते समय ध्यान दें:
हमेशा प्रेम और शुद्ध मन से दें।
अर्पण किया गया भोजन ताजा और सात्विक हो।
नियमित रूप से सप्ताह में 1–2 बार ये उपाय करें।
सोमवार, गुरुवार और शनिवार विशेष रूप से शुभ माने जाते हैं।
ग्रहों की शांति और जीवन में सकारात्मकता के लिए महंगे उपायों की आवश्यकता नहीं। गाय को समर्पित कुछ सरल चीजें आपके जीवन की दिशा बदल सकती हैं। शास्त्रों की मान्यता और आध्यात्मिक ऊर्जा को समझें और इन उपायों को अपनाकर अपने जीवन में ग्रहों की कृपा पाएं।