द लोकतंत्र : ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को कर्मफल दाता कहा गया है। शनि व्यक्ति के कर्मों के अनुसार ही उसे फल प्रदान करते हैं। वहीं शुक्र ग्रह जीवन में सौंदर्य, भोग और ऐश्वर्य के कारक माने जाते हैं। जब ये दोनों ग्रह एक-दूसरे के आमने-सामने होते हैं, तब “प्रतियुति योग” का निर्माण होता है, जो कई राशियों के लिए भाग्यवृद्धि का कारण बन सकता है।
इस साल 11 अक्टूबर 2025 को शाम 4 बजकर 38 मिनट पर शनि (Saturn) और शुक्र (Venus) 180 डिग्री के कोण पर एक-दूसरे के आमने-सामने होंगे। यह संयोग “शनि-शुक्र प्रतियुति योग” के नाम से जाना जाता है। इस समय शनि मीन राशि में वक्री अवस्था में गोचर कर रहे हैं और शुक्र कन्या राशि में रहेंगे। यह योग धन, करियर, विवाह और प्रतिष्ठा से जुड़े शुभ फल दे सकता है।
कन्या राशि (Virgo)
कन्या राशि के जातकों के लिए यह योग बेहद शुभ रहेगा। लंबे समय से रुके हुए कार्य पूरे होंगे। कार्यक्षेत्र में नई जिम्मेदारियां मिल सकती हैं। जो लोग नौकरी में प्रमोशन या ट्रांसफर की प्रतीक्षा कर रहे हैं, उनके लिए यह समय भाग्यशाली रहेगा। अविवाहित जातकों के लिए विवाह प्रस्ताव आ सकते हैं।
मकर राशि (Capricorn)
मकर राशि वालों के लिए यह योग करियर ग्रोथ लेकर आ रहा है। व्यापार में लाभ की संभावना है और नए निवेश के मौके मिल सकते हैं। आपकी मेहनत को अब पहचान मिलने लगेगी। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और पारिवारिक जीवन में खुशहाली आएगी।
मीन राशि (Pisces)
मीन राशि के लिए यह प्रतियुति योग आत्मविश्वास और सम्मान बढ़ाने वाला रहेगा। समाज में प्रतिष्ठा बढ़ेगी और कार्यक्षेत्र में सराहना मिलेगी। यह समय आपके रचनात्मक कार्यों के लिए भी शुभ रहेगा। विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिलने की संभावना है।
शनि-शुक्र का यह विशेष योग कर्म और भोग दोनों का संतुलन बनाएगा। यह समय इन तीन राशियों के लिए अवसरों से भरा रहेगा। अगर आप इन राशियों में से किसी एक से संबंध रखते हैं, तो इस अवधि में अपने लक्ष्यों पर फोकस करें और सकारात्मक सोच बनाए रखें।