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तुलसी का एक पत्ता दिला सकता है देवी लक्ष्मी की कृपा, तिजोरी में रखने से संवरेगी किस्मत

The loktnatra

द लोकतंत्र : सनातन धर्म में तुलसी (Tulsi) को एक अत्यंत पूजनीय और पवित्र पौधा माना गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस पौधे में स्वयं देवी लक्ष्मी का वास होता है, यही कारण है कि जो लोग घर में तुलसी का रोपण करते हैं और उसकी नियमित सेवा करते हैं, उन पर माँ लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहती है। ज्योतिषविदों का मानना है कि तुलसी का पूरा पौधा ही नहीं, बल्कि इसका एक छोटा सा पत्ता भी बहुत चमत्कारी होता है, जो किसी भी व्यक्ति की आर्थिक स्थिति को संवारने की अद्भुत क्षमता रखता है। एकादशी सहित कई विशेष पर्व-त्योहारों पर तुलसी पूजा और कुछ दिव्य उपाय लोगों को बहुत लाभ पहुँचा सकते हैं।

धन-धान्य में वृद्धि के दो प्रमुख उपाय

ज्योतिषविदों ने तुलसी के पत्ते के उपयोग से जुड़े दो प्रमुख और अचूक उपायों का वर्णन किया है, जिन्हें सावधानीपूर्वक करने से आर्थिक तंगी दूर होती है:

तिजोरी में तुलसी का पत्ता:

  • यदि आप लंबे समय से पैसों की तंगी से जूझ रहे हैं या आय के साधन बार-बार प्रभावित हो रहे हैं, तो यह उपाय विशेष लाभकारी है।
  • प्रात:काल में स्नानादि के बाद तुलसी को प्रणाम करें और उसका एक पत्ता तोड़ लें।
  • इस पत्ते को लाल रंग के कपड़े में लपेटकर माता लक्ष्मी के चरणों में रखें और उनसे धनधान्य में वृद्धि की कामना करें।
  • इसके बाद इस पत्ते को लाल कपड़े सहित धन के स्थान या तिजोरी में संभालकर रख दें।

मान्यता है कि इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और देवी लक्ष्मी का वास बना रहता है, जिससे आर्थिक स्थिति सुधरने लगती है और गरीबी सात जन्मों तक घर की चौखट से दूर रहती है।

भगवान विष्णु को तुलसी दल अर्पित करना:

रविवार, एकादशी या किसी खास पर्व-त्योहार के दिन भगवान विष्णु को तुलसी दल (तुलसी का एक पत्ता) भोग के रूप में अर्पित करें।

  • विशेष ध्यान दें: यदि यह कार्य एकादशी तिथि पर करना हो, तो पत्ता एक दिन पहले ही तोड़कर रख लें, क्योंकि एकादशी पर तुलसी का पत्ता नहीं तोड़ा जाता है।
  • भगवान विष्णु को तुलसी दल अत्यंत प्रिय है। ऐसी मान्यता है कि आपके द्वारा अर्पित किए गए तुलसी भोग के बदले भगवान विष्णु आपकी मनचाही इच्छाएँ पूरी कर सकते हैं।

भूलकर भी न करें ये गलतियाँ

इन चमत्कारी उपायों का अधिकतम फल प्राप्त करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण नियमों का पालन करना अनिवार्य है। ज्योतिषविदों ने विशेष रूप से निम्नलिखित गलतियाँ न करने की सलाह दी है:

  • एकादशी पर निषेध: तुलसी का पत्ता एकादशी तिथि पर, रविवार को या सूर्यास्त के बाद कभी नहीं तोड़ना चाहिए।
  • पत्ते की स्थिति: प्रयोग में तुलसी का मुरझाया हुआ या सूखा हुआ पत्ता उपयोग नहीं करना चाहिए।
  • कपड़े का रंग: पत्ते को भूलकर भी काले या सफेद रंग के कपड़े में लपेटकर न रखें। लाल रंग शुभ माना जाता है।
  • तोड़ने का तरीका: पत्ता तोड़ने से पहले स्नान करना और तुलसी को प्रणाम करना अनिवार्य है। पत्ते को झटके से या नाखून से नोंचकर बिल्कुल न तोड़ें, बल्कि हल्के हाथ से तोड़ें।

तुलसी का पत्ता केवल एक जड़ी बूटी नहीं, बल्कि सनातन आस्था का प्रतीक है। ये छोटे-छोटे ज्योतिषीय उपाय श्रद्धा और नियम का पालन करते हुए किए जाएँ तो निश्चित रूप से आपके जीवन में सकारात्मकता और आर्थिक समृद्धि ला सकते हैं।

Uma Pathak

Uma Pathak

About Author

उमा पाठक ने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से मास कम्युनिकेशन में स्नातक और बीएचयू से हिन्दी पत्रकारिता में परास्नातक किया है। पाँच वर्षों से अधिक का अनुभव रखने वाली उमा ने कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में अपनी सेवाएँ दी हैं। उमा पत्रकारिता में गहराई और निष्पक्षता के लिए जानी जाती हैं।

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