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Vastu Shastra: मुख्य द्वार पर लगाएं ये 5 शुभ पौधे, घर में होगा मां लक्ष्मी का स्थाई निवास! जानें तुलसी, बांस और मोगरा को रखने की सही दिशा और 3 वर्जित पौधे

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द लोकतंत्र : वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के पौधे केवल सजावट के लिए नहीं होते, बल्कि ये सकारात्मक ऊर्जा, समृद्धि और स्वास्थ्य से सीधे जुड़े होते हैं। खासकर, घर के मुख्य दरवाजे (Main Entrance) पर लगाए गए पौधे घर की शोभा बढ़ाने के साथ-साथ सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करते हैं और धन-समृद्धि के लिए मार्ग खोलते हैं।

तुलसी, बांस, जेड प्लांट, और मोगरा जैसे कुछ पौधे वास्तु के अनुसार बेहद शुभ माने गए हैं। अगर इन्हें सही दिशा में रखा जाए और नियमित देखभाल की जाए, तो घर में स्थायी सुख और समृद्धि बनी रहती है।

मुख्य द्वार पर लगाने के लिए 5 शुभ पौधे और उनकी दिशा

घर के मुख्य द्वार पर निम्नलिखित 5 पौधे लगाने से माता लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है और घर में शुभता का संचार होता है:

पौधावास्तु महत्वरखने की सही दिशा
1. तुलसी का पौधाशुद्धता, स्वास्थ्य और समृद्धि का प्रतीक। नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है।मुख्य द्वार के पास, उत्तर-पूर्व (ईशान कोण)।
2. बांस का पौधा (Lucky Bamboo)दीर्घायु, सफलता और सौभाग्य का प्रतीक। पारिवारिक सामंजस्य बढ़ाता है।पूर्व या उत्तर दिशा।
3. मोगरा या चमेलीमन को शांति और सकारात्मकता देता है। देवी लक्ष्मी के आगमन का प्रतीक।मुख्य द्वार के बाईं ओर।
4. एरेका पाम या स्नेक प्लांटहवा को शुद्ध करता है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाता है। कम देखभाल में बेहतर।उत्तर या पूर्व दिशा।
5. नीम का पेड़स्वास्थ्य और पवित्रता का प्रतीक। वातावरण को शुद्ध रखता है। (अगर जगह हो)उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा।

बांस के पौधे में 5 डंठल स्वास्थ्य का, 7 डंठल धन का, और 9 डंठल सौभाग्य का प्रतीक माने जाते हैं। मोगरा और चमेली की सुगंध वातावरण को शुद्ध रखती है, जिससे देवी लक्ष्मी का आगमन आसान होता है।

इन 3 पौधों को प्रवेश द्वार पर लगाने से बचें

वास्तु शास्त्र कुछ पौधों को घर के प्रवेश द्वार पर लगाने से मना करता है, क्योंकि ये नकारात्मक ऊर्जा फैलाते हैं या कलह का कारण बनते हैं:

  1. कैक्टस (Contaminated Plants): कांटेदार पौधे (जैसे कैक्टस) घर में कलह, तनाव और दुर्भाग्य बढ़ाते हैं। इन्हें प्रवेश द्वार पर बिल्कुल न रखें।
  2. मेंहदी / केतकी / रबर प्लांट: वास्तु के अनुसार, ये पौधे नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करते हैं और घर में उदासी ला सकते हैं।
  3. बरगद या पीपल का पेड़: ये धार्मिक महत्व वाले और बहुत बड़े होने वाले पेड़ हैं। इन्हें घर के अंदर या मुख्य द्वार पर नहीं लगाना चाहिए, इनका स्थान मंदिरों या सार्वजनिक स्थानों पर होता है।

पौधों को रखने के लिए जरूरी वास्तु नियम

पौधों से अधिकतम सकारात्मक लाभ प्राप्त करने के लिए कुछ वास्तु नियमों का पालन करना आवश्यक है:

  • सम संख्या: हमेशा पौधों को जोड़े या सम संख्या (Even Number) में रखें। इससे घर में ऊर्जा का संतुलन बना रहता है।
  • नियमित देखभाल: पौधों की नियमित देखभाल करें और सूखे या मुरझाए पौधों को तुरंत हटा दें, क्योंकि ये नकारात्मक ऊर्जा फैलाते हैं।
  • प्रकाश: रात में पौधों के पास दीया या हल्की रोशनी जलाना शुभ माना जाता है।
  • स्वच्छता: पौधों के नीचे गंदगी या सूखे पत्ते जमा नहीं होने चाहिए। इससे भी नकारात्मक ऊर्जा फैलती है और मां लक्ष्मी नाराज होती हैं।

इन सरल वास्तु नियमों का पालन करके आप अपने घर के मुख्य द्वार को शुभता और समृद्धि का केंद्र बना सकते हैं।

(Disclaimer: यह खबर वास्तु शास्त्र के सामान्य सिद्धांतों और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। ‘द लोकतंत्र’ किसी अंधविश्वास को बढ़ावा नहीं देता है।)

Uma Pathak

Uma Pathak

About Author

उमा पाठक ने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से मास कम्युनिकेशन में स्नातक और बीएचयू से हिन्दी पत्रकारिता में परास्नातक किया है। पाँच वर्षों से अधिक का अनुभव रखने वाली उमा ने कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में अपनी सेवाएँ दी हैं। उमा पत्रकारिता में गहराई और निष्पक्षता के लिए जानी जाती हैं।

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