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घर में दरिद्रता और अशांति का कारण बन सकती हैं ये 6 गंदी जगहें; Vastu Tips के अनुसार मां लक्ष्मी के निवास के लिए इन स्थानों की स्वच्छता अनिवार्य

The loktnatra

द लोकतंत्र : भारतीय परंपरा और वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर की स्वच्छता केवल साफ-सफाई का मामला नहीं है, बल्कि यह सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि का मूल आधार है। यह मान्यता है कि माँ लक्ष्मी का स्थायी निवास केवल उन्हीं घरों में होता है जहाँ सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह निर्बाध हो और स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए। वास्तु विशेषज्ञों का कहना है कि घर के कुछ खास स्थानों को गंदा छोड़ना नकारात्मकता को आमंत्रण देता है, जिससे आर्थिक मुश्किलें, मानसिक तनाव और पारिवारिक कलह पैदा हो सकते हैं।

अशुभ प्रभाव डालने वाले 6 महत्वपूर्ण स्थान

वास्तु शास्त्र के अनुसार, निम्नलिखित 6 स्थानों की स्वच्छता और व्यवस्था पर विशेष ध्यान देना अत्यंत आवश्यक है।

मुख्य प्रवेश द्वार (Main Entrance Door):

  • महत्व: यह सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा का मुख्य प्रवेश द्वार है।
  • अशुभ प्रभाव: अगर यह स्थान गंदा, जूते-चप्पलों से भरा या अव्यवस्थित हो तो नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश बढ़ता है, जो समृद्धि को रोकता है।

रसोईघर (Kitchen):

  • महत्व: इसे घर की सेहत और समृद्धि का केंद्र तथा अग्नि तत्व का स्थान माना जाता है।
  • अशुभ प्रभाव: यहाँ गंदगी रहने से अग्नि तत्व कमजोर होता है और आर्थिक बाधाएं उत्पन्न होती हैं। चूल्हा और बर्तन हमेशा साफ रखने चाहिए।

पूजा स्थल (Prayer Room):

  • महत्व: यह घर की आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र है।
  • अशुभ प्रभाव: धूल, जाले या अव्यवस्था सकारात्मक ऊर्जा को बाधित करते हैं और मन में अशांति पैदा करते हैं।

बाथरूम और टॉयलेट:

  • महत्व: इन स्थानों को सबसे अधिक नकारात्मक ऊर्जा का केंद्र माना जाता है।
  • अशुभ प्रभाव: गंदगी जमा होने से स्वास्थ्य समस्याएं और मानसिक तनाव बढ़ता है। रोजाना की सफाई अत्यंत आवश्यक है।

घर का उत्तर-पूर्व दिशा का कोना (North-East Direction):

  • महत्व: इसे वास्तु में ‘ईशान कोण’ और सबसे शुभ दिशा माना गया है।
  • अशुभ प्रभाव: यहाँ कबाड़, अनावश्यक सामान या गंदगी होने से घर की समग्र सकारात्मक ऊर्जा पर बुरा असर पड़ता है। इस दिशा को हल्का और खुला रखना चाहिए।

बेडरूम (Bedroom):

  • महत्व: यह जगह आराम और सुकून का प्रतिनिधित्व करती है।
  • अशुभ प्रभाव: अव्यवस्था, बिस्तर के नीचे कबाड़ या गंदगी बेडरूम की शांति और संबंधों में सकारात्मक ऊर्जा को प्रभावित करती है।

इन स्थानों की नियमित स्वच्छता और व्यवस्था बनाए रखना केवल वास्तु की आवश्यकता नहीं है, बल्कि यह मानसिक शांति और घर की सकारात्मक वृद्धि के लिए भी आवश्यक है।

Uma Pathak

Uma Pathak

About Author

उमा पाठक ने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ से मास कम्युनिकेशन में स्नातक और बीएचयू से हिन्दी पत्रकारिता में परास्नातक किया है। पाँच वर्षों से अधिक का अनुभव रखने वाली उमा ने कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में अपनी सेवाएँ दी हैं। उमा पत्रकारिता में गहराई और निष्पक्षता के लिए जानी जाती हैं।

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