द लोकतंत्र: वृंदावन का बांके बिहारी मंदिर (Banke Bihari Temple) हमेशा से ही भक्ति और आस्था का केंद्र रहा है। इस पावन धाम में प्रतिदिन हजारों की संख्या में भक्त अपने आराध्य भगवान बांके बिहारी के दर्शन करने आते हैं। मंदिर की व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने के लिए हाल ही में हाई पावर्ड मैनेजमेंट कमेटी द्वारा कुछ अहम बदलाव किए गए हैं, जो श्रद्धालुओं के लिए जानना जरूरी है।
सबसे बड़ा बदलाव यह है कि अब वीवीआईपी दर्शन पर रोक लगा दी गई है। इसके अलावा मंदिर में आरती और दर्शन का समय भी बदल दिया गया है, ताकि सभी भक्तों को सहज और व्यवस्थित तरीके से दर्शन का अवसर मिल सके।
गर्मी के मौसम में दर्शन और आरती का समय:
गर्मियों में बांके बिहारी जी की आरती प्रातः 7:00 बजे से 7:15 बजे तक होगी। आरती के बाद सुबह 7:15 बजे से आम भक्तों के लिए दर्शन शुरू होंगे और भक्त 12:30 तक भगवान का पूजन कर सकेंगे। दोपहर 12:30 से 12:45 तक दोबारा आरती होगी। शाम को 4:15 बजे से रात्रि 9:30 बजे तक भक्तों के लिए दर्शन खुलेंगे और रात्रि 9:30 से 9:45 तक आखिरी आरती संपन्न होगी।
सर्दियों में दर्शन और आरती का समय:
सर्दियों में सुबह की आरती 8:00 बजे से 8:15 बजे तक होगी। इसके बाद आमजन 8:15 से 1:30 बजे तक भगवान बांके बिहारी का दर्शन और पूजन कर सकते हैं। दोपहर 1:30 से 1:45 तक आरती होगी। शाम को 4:00 से 9:00 बजे तक दर्शन खुले रहेंगे और रात्रि 9:00 से 9:15 तक आखिरी आरती संपन्न होगी।
मंदिर प्रबंधन का उद्देश्य भक्तों के लिए सुविधा और व्यवस्था को बेहतर बनाना है। बदलावों के बाद अब अधिक संख्या में भक्त बिना किसी परेशानी के दर्शन कर सकेंगे और सभी को मंदिर के नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा।
यदि आप वृंदावन की यात्रा करने की योजना बना रहे हैं, तो इन बदलावों को ध्यान में रखते हुए अपने दर्शन का समय सुनिश्चित करें। बांके बिहारी मंदिर की नयी व्यवस्थाओं के साथ, भक्त न केवल भगवान के दर्शन का आनंद ले सकेंगे, बल्कि पूजा और आरती के पावन अनुभव का भी लाभ उठा सकेंगे।