भोजपुरी साहित्य के आकाश से एक नक्षत्र टूटा, नहीं रहे डॉ. अरुणेश नीरन
द लोकतंत्र/ देवरिया : भोजपुरी का हितुआ चला गया, एक युग चुपचाप विदा हो गया। भारतीय लोकभाषा चेतना के सशक्त हस्ताक्षर, भोजपुरी और हिन्दी साहित्य के अद्वितीय साधक, ‘विश्व भोजपुरी सम्मेलन’ के अंतरराष्ट्रीय संस्थापक महासचिव, संपादक, विचारक और जीवनद्रष्टा डॉ. अरुणेश नीरन अब इस लोक में नहीं हैं। बीती रात उन्होंने गोरखपुर के एक निजी […]