द लोकतंत्र : स्मार्टफोन की भांति ही ईयरबड्स आज हमारी अनिवार्य आवश्यकता बन चुके हैं। जिम, यात्रा अथवा कार्यालय की वर्चुअल बैठकों में इनका निरंतर प्रयोग हो रहा है। यद्यपि ये उपकरण सुविधाजनक हैं, परंतु इनकी नियमित स्वच्छता की अनदेखी गंभीर स्वास्थ्य संकट को आमंत्रण दे रही है। हालिया अध्ययन बताते हैं कि अस्वच्छ ईयरबड्स न केवल श्रवण यंत्र को क्षतिग्रस्त कर सकते हैं, अपितु कानों में स्थायी संक्रमण का कारण भी बन सकते हैं।
चौंकाने वाले तथ्य
लगातार उपयोग से ईयरबड्स पर धूल, पसीना और कान का मैल (Earwax) जमा हो जाता है, जो सूक्ष्मजीवों के पनपने के लिए एक आदर्श वातावरण तैयार करता है।
- तुलनात्मक अध्ययन: एक शोध के अनुसार, अस्वच्छ ईयरबड्स में किचन काउंटर की तुलना में 330 गुना और किचन सिंक की तपेक्षा 6 गुना अधिक बैक्टीरिया पाए जाते हैं।
- प्राकृतिक प्रक्रिया में बाधा: मानव कान स्वयं को साफ करने की प्राकृतिक क्षमता रखते हैं, किंतु ईयरबड्स के अत्यधिक प्रयोग से कान का मैल भीतर की ओर दब जाता है। इससे न केवल सुनने की क्षमता प्रभावित होती है, अपितु एलर्जी और खुजली जैसी समस्याएं भी उत्पन्न होती हैं।
कैसे रखें अपने गैजेट को सुरक्षित?
ईयरबड्स को साफ करने के लिए अत्यधिक सावधानी की आवश्यकता होती है ताकि उनके संवेदनशील इलेक्ट्रॉनिक घटकों को नुकसान न पहुंचे:
- शुष्क सफाई: ईयरबड्स की बाहरी सतह को साफ करने के लिए सदैव एक मुलायम और सूखे माइक्रोफाइबर कपड़े का प्रयोग करें।
- मेश की सफाई: इन-ईयर बड्स के मेश (जाल) में फंसे कणों को हटाने के लिए एक सॉफ्ट ब्रिसल वाले टूथब्रश का उपयोग अत्यंत प्रभावशाली होता है।
- तरल पदार्थों से परहेज: सफाई के दौरान कभी भी सीधे पानी का उपयोग न करें। तरल पदार्थ आंतरिक सर्किट को शॉर्ट कर सकते हैं। यदि अत्यंत आवश्यक हो, तो 70% आइसोप्रोपिल अल्कोहल में हल्का सा भिगोया हुआ कॉटन स्वैब उपयोग किया जा सकता है।
चिकित्सकों का मानना है कि व्यक्तिगत गैजेट्स की हाइजीन को नजरअंदाज करना सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए एक नई चुनौती है। ईयरबड्स को साफ रखने से न केवल संक्रमण का खतरा कम होता है, अपितु उपकरण की ऑडियो गुणवत्ता और जीवनकाल भी बढ़ता है। भविष्य में स्व-कीटाणुशोधन (Self-disinfecting) तकनीक वाले ईयरबड्स बाजार में आ सकते हैं, परंतु तब तक नियमित मानवीय सफाई ही एकमात्र सुरक्षा कवच है।

