द लोकतंत्र : आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में अग्रणी कंपनी OpenAI अब अपने प्रमुख उत्पाद ChatGPT को सिर्फ एक ऐप या चैटबॉट तक सीमित नहीं रखना चाहती है। कंपनी इसे एक पूर्ण-विकसित ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) में बदलने की रणनीतिक दिशा में काम कर रही है। इसी महत्वाकांक्षी लक्ष्य को पूरा करने के लिए OpenAI ने हाल ही में Glen Coates को नया ‘Head of App Platform’ नियुक्त किया है। यह घोषणा ऐसे समय में आई है, जब OpenAI पहले से ही एआई-संचालित हार्डवेयर (AI-powered Device) पर काम कर रहा है।
ChatGPT ऑपरेटिंग सिस्टम का मॉडल
वर्तमान में ChatGPT एक प्लेटफॉर्म के रूप में कार्य करता है, लेकिन इसकी उन्नत क्षमताओं ने इसे एक इंटरफेस के स्तर तक पहुंचा दिया है।
- इंटरफेस और एजेंट: ChatGPT के AI एजेंट, इन-बिल्ट सर्च और संदर्भ (Context) को समझने की इसकी क्षमता इसे एक कोर इंटरफेस की तरह स्थापित करती है। ‘ChatGPT Apps’ फीचर के जरिए थर्ड-पार्टी एप्लीकेशन्स का इंटीग्रेशन पहले ही हो चुका है।
- भविष्य की भूमिका: TechCrunch से बातचीत में नए Head of App Platform Glen Coates ने स्पष्ट किया कि भविष्य में ChatGPT एक ऐसा केन्द्रीय प्लेटफॉर्म होगा, जहां उपयोगकर्ता अपनी विभिन्न जरूरतों के लिए ऐप्स का उपयोग कर सकेंगे। लेखन, कोडिंग या सेवाओं से जुड़ने के लिए अलग-अलग ऐप्स सीधे ChatGPT के भीतर उपलब्ध होंगे। इस प्रकार, ChatGPT यूजर, ऐप और डेटा के बीच एक ‘कोर सिस्टम’ की भूमिका निभाएगा।
Glen Coates की नियुक्ति और रणनीतिक साझेदारी
Glen Coates की एंट्री कंपनी के इस लक्ष्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इससे पहले वे ई-कॉमर्स की बड़ी कंपनी Shopify में Vice President और Head of Product के तौर पर काम कर चुके हैं। X पर उन्होंने साफ कहा कि उनका लक्ष्य ChatGPT को एक ऑपरेटिंग सिस्टम में बदलने में मदद करना है।
- टेक्नोलॉजी को ताकत: OpenAI ने पहले ही Jony Ive के साथ साझेदारी में एआई डिवाइस पर काम शुरू कर दिया है। इसके अलावा, Adobe, Canva और Zillow जैसे बड़े ऐप्स के साथ इंटीग्रेशन भी हो चुका है। इन सभी तत्वों को ChatGPT के संवादात्मक (conversational) इंटरफेस के साथ जोड़कर, OpenAI दुनिया का पहला AI ऑपरेटिंग सिस्टम तैयार कर सकता है।
यह बदलाव तकनीकी दुनिया में एक युगांतरकारी मोड़ ला सकता है, जहां ऑपरेटिंग सिस्टम अब हार्डवेयर या सॉफ्टवेयर पर नहीं, बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की समझ पर आधारित होगा। हालांकि, कंपनी ने इसके लॉन्च की कोई समयसीमा नहीं बताई है।

