द लोकतंत्र : इंस्टेंट मैसेजिंग के युग में, वॉट्सऐप को अपनी एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन (End-to-End Encryption) सुविधा के कारण दुनिया का सबसे सुरक्षित मैसेजिंग ऐप माना जाता है। इसके बावजूद, अक्सर लोगों की निजी और गोपनीय चैट लीक होने की घटनाएँ सामने आती रहती हैं, जिससे यूज़र्स में ऐप की सुरक्षा को लेकर एक बड़ा संदेह पैदा होता है।
हालाँकि, साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों का विश्लेषण बताता है कि इस तरह के अधिकांश चैट लीक होने का कारण ऐप की कोई तकनीकी कमी नहीं, बल्कि यूज़र्स द्वारा की गई एक साधारण, अनजाने में हुई गलती है जो उनकी सुरक्षा को गंभीर रूप से प्रभावित करती है।
अधिकांश यूज़र्स अपनी सुविधा के लिए वॉट्सऐप में Google Drive (एंड्रॉइड) या iCloud (iOS) पर चैट बैकअप की सुविधा को ऑन कर देते हैं ताकि फ़ोन बदलने या खो जाने पर उनके मैसेज सुरक्षित रहें। यहीं से सबसे बड़ा सुरक्षा जोखिम शुरू होता है।
एन्क्रिप्शन केवल तब काम करता है जब चैट आपके फ़ोन और प्राप्तकर्ता के फ़ोन के बीच सीमित रहती है। जब चैट का बैकअप क्लाउड स्टोरेज पर जाता है, तो यह अक्सर उसी एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन से सुरक्षित नहीं होता है। इसका सीधा मतलब है कि अगर कोई हैकर या अनधिकृत व्यक्ति आपके क्लाउड अकाउंट तक पहुँच बना लेता है, तो आपका वॉट्सऐप बैकअप उनके लिए खुली किताब बन जाता है। कई हाई-प्रोफ़ाइल चैट लीक की घटनाओं में यह चूक ही मुख्य कारण पाई गई है।
चैट लीक की संभावना को बढ़ाने में यूज़र्स की दो और बड़ी गलतियाँ शामिल हैं:
- कमज़ोर पासवर्ड: अपने Google या Apple अकाउंट का आसान या सार्वभौमिक पासवर्ड रखना हैकिंग के जोखिम को कई गुना बढ़ा देता है। एक बार क्लाउड अकाउंट हैक होने पर, वॉट्सऐप का बैकअप तुरंत खतरे में आ जाता है।
- ओटीपी स्कैम: OTP धोखाधड़ी के शिकार होने पर, यूज़र अनजाने में ही हैकर को अपने क्लाउड अकाउंट तक पहुँचने का रास्ता दे देते हैं।
इसके अलावा, कई बार चैट सीधे ऐप से नहीं, बल्कि गैलरी सिंक या स्क्रीनशॉट के जरिए लीक होती है। यदि ऑटो मीडिया डाउनलोड ऑन है, तो निजी फ़ोटो और वीडियो आपके फ़ोन की गैलरी में सेव हो जाते हैं, जिन्हें अन्य ऐप्स या वायरस आसानी से एक्सेस कर सकते हैं।
डिजिटल सुरक्षा को मजबूत रखना ही वॉट्सऐप चैट लीक से बचने का एकमात्र अचूक उपाय है।
- क्लाउड बैकअप की समीक्षा: वॉट्सऐप सेटिंग्स में जाकर क्लाउड बैकअप को बंद रखें या सुनिश्चित करें कि आपने वॉट्सऐप में एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड बैकअप सुविधा को एक्टिवेट कर दिया है (यदि उपलब्ध हो)।
- टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA): अपने Google/Apple अकाउंट में मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें और टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) को अनिवार्य रूप से सक्रिय करें।
- मीडया कंट्रोल: ऑटो-मीडिया डाउनलोड को बंद रखें ताकि आपकी निजी सामग्री सीधे फ़ोन की गैलरी में सिंक न हो।
- जागरूकता: किसी भी अनजान लिंक या OTP को साझा करने से बचें।
वॉट्सऐप एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन एक मजबूत सुरक्षा कवच है, लेकिन यह केवल यूज़र और ऐप के बीच की सुरक्षा सुनिश्चित करता है। क्लाउड बैकअप में मौजूद डेटा की सुरक्षा की अंतिम जिम्मेदारी यूज़र की अपनी डिजिटल सतर्कता पर निर्भर करती है। अपनी चैट को सुरक्षित रखने के लिए, यूज़र्स को अपनी क्लाउड सुरक्षा और पासवर्ड की आदतों में सुधार लाना अत्यंत आवश्यक है।

