द लोकतंत्र/ छत्तीसगढ़ : राज्य के नारायणपुर जिले में बुधवार, 21 मई को सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई भीषण मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने नक्सल विरोधी अभियान में बड़ी कामयाबी हासिल की है। अबूझमाड़ क्षेत्र में चलाए गए इस संयुक्त ऑपरेशन में सुरक्षा बलों ने एक करोड़ रुपये के इनामी नक्सली और माओवादी महासचिव बसव राजू समेत 27 नक्सलियों को मार गिराया। इस दौरान एक जवान शहीद हुआ, जबकि एक अन्य घायल हो गया है।
बसव राजू उर्फ बसवराज का असली नाम नंबल्ला केशव राव था। वह आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले का रहने वाला था और उसे सीपीआई (माओवादी) का टॉप कमांडर और महासचिव माना जाता था। वह केंद्रीय कमेटी का भी सदस्य था। बसव राजू NIA के दो मामलों में वांटेड था—एक 2012 और दूसरा 2019 का मामला, जिसमें उस पर आईईडी ब्लास्ट से पांच सुरक्षाकर्मियों की हत्या का आरोप था।
नक्सली हथियार छोड़कर मुख्यधारा में लौटें – गृहमंत्री विजय शर्मा
नारायणपुर के एसपी प्रभात कुमार के अनुसार, अबूझमाड़ के माड़ डिवीजन में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर डीआरजी नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंडागांव की संयुक्त टीम को ऑपरेशन के लिए भेजा गया था। सुरक्षा बलों ने साहसिक कार्रवाई करते हुए भारी हथियारों से लैस नक्सलियों को ढेर कर दिया।
छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा ने मुठभेड़ को “ऐतिहासिक सफलता” बताते हुए कहा, “हमारा एक जवान घायल हुआ है जो खतरे से बाहर है। जवानों ने करिश्मा कर दिखाया है। 26 से अधिक नक्सली मारे गए हैं। अंतिम सर्च ऑपरेशन जारी है।” उन्होंने यह भी कहा कि नक्सलियों से बार-बार यह अपील की जा रही है कि वे हथियार छोड़कर मुख्यधारा में लौटें, क्योंकि केंद्र और राज्य सरकार दोनों ही बिना हिंसा के समाधान चाहती हैं।
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इससे पहले भी छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के कर्रेगुट्टालू के पहाड़ों पर 21 दिनों तक चले ऑपरेशन में 31 नक्सली मारे गए थे और 150 से अधिक नक्सली बंकरों को ध्वस्त किया गया था। यहां से देसी हथियार निर्माण की फैक्ट्री और बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री भी बरामद की गई थी।
जानकारी के लिए बता दें, केंद्र सरकार ने वर्ष 2026 तक देश को नक्सलमुक्त करने का लक्ष्य तय किया है। इसी के तहत छत्तीसगढ़, झारखंड और महाराष्ट्र के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में लगातार सघन ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं। नारायणपुर की यह सफलता नक्सल उन्मूलन अभियान के लिए एक बड़ा मील का पत्थर साबित हो सकती है।