द लोकतंत्र : श्रावण मास (सावन) को भगवान शिव की आराधना का सबसे पावन महीना माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दौरान भगवान शिव धरती पर विचरण करते हैं और अपने भक्तों की मनोकामनाएं शीघ्र ही पूरी करते हैं।
सावन में आने वाले सोमवार का विशेष महत्व होता है। इस दिन शिव भक्त व्रत रखते हैं और पूरे विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा-अर्चना करते हैं। 2025 में सावन का पहला सोमवार 14 जुलाई को पड़ेगा।
क्यों खास होता है सावन का सोमवार?
सावन और सोमवार, दोनों ही भगवान शिव से जुड़े हुए हैं। इसीलिए जब सोमवार सावन में आता है, तो उसका महत्व कई गुना बढ़ जाता है। यह व्रत कुंवारी कन्याओं के लिए विशेष फलदायी माना गया है, वहीं दांपत्य जीवन में प्रेम और सामंजस्य बढ़ाने के लिए भी यह व्रत किया जाता है।
सावन सोमवार 2025 की तिथियां
पहला सोमवार – 14 जुलाई 2025
दूसरा सोमवार – 21 जुलाई 2025
तीसरा सोमवार – 28 जुलाई 2025
चौथा सोमवार – 4 अगस्त 2025
सावन सोमवार के शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 4:16 से 5:04 तक
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:05 से 12:58 तक
अमृत काल: दोपहर 12:01 से 1:39 तक
प्रदोष काल: शाम 5:38 से 7:22 तक
पूजा का विशेष मुहूर्त: सुबह 11:38 से दोपहर 12:32 तक
विशेष योग: पहले सोमवार को त्रिपुष्कर योग बन रहा है, जो शुभ कार्यों के लिए अत्यंत फलदायी माना गया है।
पूजा विधि:
प्रातः स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें।
शिवलिंग पर जल, बेलपत्र, दूध, दही, शहद और भस्म अर्पित करें।
“ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करें।
व्रत रखें और शाम को शिव मंदिर में दीप जलाएं।
सोमवार की कथा का पाठ करें।
Disclaimer: यह लेख धर्म, ज्योतिष और पंचांग पर आधारित पारंपरिक मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। The Loktantra इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी धार्मिक अनुष्ठान या उपाय को अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ या पंडित से सलाह अवश्य लें।