द लोकतंत्र/ छत्तीसगढ़ : छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शनिवार, 19 जुलाई को नवा रायपुर के सेक्टर-05 स्थित एस्पायर फार्मास्यूटिकल्स की नवनिर्मित यूनिट का भव्य उद्घाटन किया। उन्होंने इस अवसर पर यूनिट का भ्रमण कर दवा निर्माण की प्रक्रिया को देखा और प्रबंधन को शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान जब देश में दवाइयों की भारी कमी देखी गई थी, तब इस यूनिट की कल्पना की गई थी और आज वह सपना साकार हो गया है। उन्होंने कहा कि फार्मास्यूटिकल्स की यह इकाई राज्य के औद्योगिक विकास की दिशा में एक अहम कदम है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीति निवेशकों को आकर्षित कर रही है और बीते सात-आठ महीनों में छह लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इनमें से कई परियोजनाओं पर कार्य प्रारंभ हो चुका है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार औद्योगिक इकाइयों के माध्यम से स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अधिकाधिक अवसर उपलब्ध करा रही है और इन इकाइयों को विशेष प्रोत्साहन भी दिया जा रहा है।
राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं का निरंतर विस्तार
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ के रजत जयंती वर्ष का उल्लेख करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के योगदान को अतुलनीय बताया। उन्होंने कहा कि डॉ. सिंह ने न सिर्फ प्रदेश को भूखमरी से मुक्त किया, बल्कि स्वास्थ्य, शिक्षा और आधारभूत संरचना के क्षेत्रों में ठोस नींव रखी। उन्होंने कहा कि राज्य गठन के समय जहां केवल एक मेडिकल कॉलेज था, आज प्रदेश में 15 मेडिकल कॉलेज संचालित हो रहे हैं। आयुष्मान भारत योजना और मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के माध्यम से आम लोगों को निःशुल्क इलाज की सुविधा मिल रही है।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि बीते डेढ़ वर्ष में छह से अधिक विशेषज्ञ अस्पतालों की शुरुआत हो चुकी है, जो दर्शाता है कि राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं का निरंतर विस्तार हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘निरोग भारत’ विजन के अनुरूप वेलनेस सेंटरों के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य लाभ मिल रहा है।
विकसित छत्तीसगढ़ 2047’ की परिकल्पना को करेंगे साकार
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ‘विकसित छत्तीसगढ़ 2047’ की परिकल्पना को साकार करने के लिए एक विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया है। फिलहाल प्रदेश की सकल राज्यीय उत्पाद (GSDP) 5 लाख करोड़ रुपये है, जिसे 2030 तक 10 लाख करोड़ और 2047 तक 75 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचाने का लक्ष्य तय किया गया है। उन्होंने कहा कि यह लक्ष्य प्रदेशवासियों के सहयोग से ही पूरा किया जा सकता है।
एस्पायर फार्मास्यूटिकल्स की तकनीकी उन्नति की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि यह इकाई पूरी तरह ऑटोमेटेड है और यहां टैबलेट, सिरप, ऑइंटमेंट और क्रीम जैसे दवाओं का निर्माण किया जाएगा। इससे बड़ी संख्या में स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा, जिससे राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास को बल मिलेगा।
फार्मा सेक्टर में यह एक प्रेरणादायक शुरुआत
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखते हुए कहा कि फार्मा सेक्टर में यह एक प्रेरणादायक शुरुआत है। उन्होंने कहा कि कोविड काल में भारत की फार्मा क्षमता ने पूरी दुनिया को यह एहसास कराया कि दवाइयों और मेडिकल संसाधनों का क्या महत्व है। अमेरिका और यूरोप जैसे देशों ने भी उस दौर में भारत पर भरोसा जताया। उन्होंने यह भी कहा कि नवा रायपुर की भौगोलिक स्थिति इसे एक प्रमुख औद्योगिक और लॉजिस्टिक केंद्र बनने के लिए उपयुक्त बनाती है।
इस अवसर पर वन मंत्री केदार कश्यप, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, विधायक गुरु खुशवंत साहेब, मोतीलाल साहू, ललित चंद्राकर, संपत अग्रवाल, अनुज शर्मा, सीजीएमएससी अध्यक्ष दीपक म्हस्के, सीएसआईडीसी अध्यक्ष राजीव अग्रवाल, पर्यटन मंडल अध्यक्ष नीलू शर्मा, नागरिक आपूर्ति निगम अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव, एस्पायर फार्मा के कोमलचंद चोपड़ा, अनिल देशलहरा और उज्ज्वल दीपक सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, अधिकारी और आमजन उपस्थित थे। यह यूनिट निश्चित रूप से नवा रायपुर के औद्योगिक विकास को नई गति देने के साथ-साथ छत्तीसगढ़ को विकसित राज्य की दिशा में आगे ले जाएगी।