द लोकतंत्र: महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में पिछले 24 घंटों से रुक-रुक कर हो रही तेज बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। सोमवार रात से शुरू हुई बारिश ने शहर की रफ्तार को थाम दिया है। अंधेरी, बोरिवली, मलाड, कांदिवली और दादर जैसे इलाकों में सड़कों पर पानी भर गया है, जिससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया है। खासकर अंधेरी सबवे में 2 से 3 फीट पानी भर जाने के कारण ट्रैफिक बंद करना पड़ा है।
मौसम विभाग का अलर्ट
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मुंबई, ठाणे और पालघर जिलों में अगले 48 से 72 घंटों के लिए येलो अलर्ट, जबकि रायगढ़ जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। विभाग ने चेताया है कि बहुत भारी बारिश और समुद्री लहरों में तेजी देखने को मिल सकती है, इसलिए लोगों से समुद्र किनारे न जाने की अपील की गई है।
सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके
पश्चिमी उपनगरों में भारी बारिश का सबसे ज्यादा असर देखने को मिला है। अंधेरी, बोरिवली, कांदिवली और मलाड की सड़कों पर घुटनों तक पानी जमा हो गया। वहीं, पूर्वी उपनगरों घाटकोपर, कुर्ला, और मुलुंड में बारिश की तीव्रता थोड़ी कम होने से कुछ राहत जरूर मिली है। दादर और परेल जैसे सेंट्रल इलाके भी जलभराव से जूझ रहे हैं।
आने वाले घंटों का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने चेताया है कि अगले 3 घंटों में मुंबई में फिर से तेज बारिश हो सकती है, खासकर पश्चिमी और तटीय इलाकों में। शाम को गरज-चमक के साथ बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना है। आज मुंबई में 95% बारिश की संभावना जताई गई है, जो दोपहर से शाम के बीच चरम पर हो सकती है।
प्रशासन की तैयारी
BMC (बृहन्मुंबई महानगर पालिका) और NDRF (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीमें अलर्ट पर हैं। जलभराव वाले क्षेत्रों में पंपिंग और ड्रेनेज की व्यवस्था की जा रही है। प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि बिना ज़रूरत घर से बाहर न निकलें, जलजमाव वाले इलाकों और समुद्र के किनारों से दूर रहें।
मुंबई में मानसून का कहर फिलहाल थमता नजर नहीं आ रहा। अगले कुछ दिन शहरवासियों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकते हैं। प्रशासन और मौसम विभाग की अपीलों का पालन करते हुए सतर्क रहना ही फिलहाल सबसे सुरक्षित विकल्प है।