द लोकतंत्र: तेजी से भागती ज़िंदगी, लगातार कंप्यूटर स्क्रीन पर नजरें गड़ाए घंटों काम करना, झुककर मोबाइल चलाना या गलत पोस्चर में बैठना, ये सब आदतें आज आम हो चुकी हैं। लेकिन इसी के साथ एक और चीज़ तेजी से लोगों की ज़िंदगी का हिस्सा बनती जा रही है, और वह है पीठ दर्द।
अब ये समस्या सिर्फ उम्रदराज़ लोगों तक सीमित नहीं रही। आज 25-30 की उम्र में भी लोग पीठ में अकड़न, खिंचाव और दर्द की शिकायत कर रहे हैं।
फिजियोथेरेपिस्ट बताते हैं कि अगर सही समय पर ध्यान नहीं दिया गया, तो यह मामूली दर्द एक क्रॉनिक बैक पेन का रूप ले सकता है, जो आगे चलकर चलने-फिरने और रोजमर्रा के काम करने में भी बाधा बन सकता है।
पीठ दर्द के सामान्य कारण:
लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठना।
गलत पोस्चर में काम या नींद लेना।
कैल्शियम और विटामिन D की कमी।
भारी वजन उठाना।
लगातार मानसिक तनाव या थकान।
बचाव और राहत का सबसे आसान उपाय – Back Stretching & Strengthening
रोज़ाना सिर्फ 10 मिनट की स्ट्रेचिंग और बैक स्ट्रेंथनिंग एक्सरसाइज न सिर्फ दर्द से राहत देती है, बल्कि भविष्य में होने वाले दर्द से भी बचाती है।
कुछ असरदार एक्सरसाइज:
कैट-काउ स्ट्रेच (Cat-Cow Stretch):
रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है, मांसपेशियों में रक्त प्रवाह बढ़ाता है।
चाइल्ड पोज़ (Child Pose):
निचले हिस्से की अकड़न और तनाव को कम करता है।
ब्रिज पोज़ (Bridge Pose):
पीठ के निचले हिस्से, हिप्स और जांघ की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है।
डाइट का भी रखें ध्यान:
कैल्शियम और विटामिन D युक्त आहार जैसे दूध, दही, बादाम
रोजाना सुबह की धूप लें।
हल्दी, अदरक जैसी एंटी-इंफ्लेमेटरी फूड्स को भोजन में शामिल करें।
हरी सब्जियां और पर्याप्त पानी लें।
पीठ दर्द को हल्के में लेना भविष्य में बड़ी समस्या बन सकता है। बेहतर है कि इसे समय रहते रोक लिया जाए। रोज़ाना कुछ मिनट का व्यायाम और सही खान-पान आपको बैक पेन से आज़ादी दिला सकता है।