द लोकतंत्र: ड्राई फ्रूट्स और मेवों में मखाना एक लोकप्रिय और हेल्दी स्नैक माना जाता है। इसे स्नैक के रूप में रोस्ट करके या फिर मिठाई और सब्जी में डालकर खाया जा सकता है। मखाने में प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, फास्फोरस और एंटीऑक्सीडेंट जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर को कई बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं।
हालांकि, जितना फायदेमंद यह है, उतना ही कुछ मामलों में यह नुकसान भी पहुंचा सकता है। कुछ लोगों को मखाने का सेवन पूरी तरह से टालना चाहिए, वरना यह स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां बढ़ा सकता है।
किडनी स्टोन के मरीज:
अगर किसी को किडनी स्टोन की समस्या है, तो मखाना उनके लिए नुकसानदायक हो सकता है। मखाने में ऑक्सलेट पाया जाता है, जो किडनी में पथरी बनने की संभावना को बढ़ा सकता है। ऐसे में डॉक्टर आमतौर पर किडनी स्टोन के मरीजों को मखाना खाने से परहेज करने की सलाह देते हैं।
डायबिटीज के मरीज:
डायबिटीज के रोगियों को अपने आहार में खास सावधानी बरतनी चाहिए। हालांकि मखाने का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, लेकिन इसमें मौजूद कुछ अन्य तत्व ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित कर सकते हैं। ज्यादा मात्रा में इसका सेवन डायबिटीज मरीजों के लिए हानिकारक हो सकता है।
एलर्जी से पीड़ित लोग:
कुछ लोगों को नट्स और मेवों से एलर्जी होती है। ऐसे लोगों में मखाने का सेवन खुजली, पित्त या रैशेज जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है। अगर पहले कभी मखाना खाने के बाद कोई एलर्जिक रिएक्शन हुआ हो, तो इसे खाने से बचना चाहिए।
मखाना खाने के टिप्स:
सीमित मात्रा में सेवन करें (एक मुट्ठी रोजाना से ज्यादा न खाएं)।
अगर कोई पुरानी बीमारी है तो खाने से पहले डॉक्टर की सलाह लें।
एलर्जी का इतिहास है तो इसका सेवन न करें।
मखाना कई पोषक तत्वों से भरपूर है और सेहत के लिए लाभकारी हो सकता है, लेकिन हर व्यक्ति के लिए यह उपयुक्त नहीं है। खासतौर पर किडनी स्टोन, डायबिटीज और एलर्जी वाले लोगों को इसका सेवन करने से बचना चाहिए।