द लोकतंत्र: राजस्थान की राजधानी जयपुर में बुधवार (13 अगस्त) को कांग्रेस पार्टी ने वोट चोरी के मुद्दे पर जोरदार विरोध मार्च निकाला। यह मार्च प्रदेश कांग्रेस कार्यालय से शहीद स्मारक तक निकाला गया, जिसमें पार्टी के शीर्ष नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए।
शीर्ष नेताओं की मौजूदगी
विरोध मार्च में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास जैसे दिग्गज नेता मौजूद रहे। सभी नेताओं ने चुनाव आयोग और केंद्र सरकार पर लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया।
शक्ति प्रदर्शन में जुटी भीड़
मार्च में हाथों में तख्तियां और पार्टी के झंडे लिए हजारों कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए चल रहे थे। प्रदर्शन में जयपुर के अलावा आसपास के जिलों से भी कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए। पूरी पार्टी इस मौके पर एकजुट नज़र आई।
कांग्रेस का राज्यव्यापी अभियान
कांग्रेस ने घोषणा की है कि वह राजस्थान में वोट चोरी के खिलाफ राज्यभर में अभियान चलाएगी। इसी कड़ी में 14 अगस्त को शाम 7 बजे कैंडल मार्च निकाला जाएगा। पूर्व सीएम गहलोत और सचिन पायलट ने अपने संबोधन में कहा कि यह लड़ाई लोकतंत्र को बचाने की है और हर कार्यकर्ता को इसमें सक्रिय रूप से भाग लेना होगा।
लोकतंत्र पर खतरे का आरोप
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि वोट चोरी कर लोकतंत्र को कमजोर किया जा रहा है और जनता के अधिकार छीनने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि राहुल गांधी के अभियान को आगे बढ़ाएं और जनता को जागरूक करें।
शांति से संपन्न हुआ विरोध
पुलिस ने विरोध मार्च के दौरान किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए थे। हालांकि, प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। कांग्रेस पार्टी अब जयपुर के बाद अन्य जिलों में भी ऐसे विरोध मार्च आयोजित करने की तैयारी में है।