द लोकतंत्र: बिहार के नालंदा जिले में बड़ी वारदात सामने आई है। यहां असामाजिक तत्वों ने ग्रामीण विकास मंत्री और जेडीयू नेता श्रवण कुमार (Shravan Kumar) के काफिले पर हमला कर दिया। यह घटना हिलसा थाना क्षेत्र के मलावां गांव की है। हमले में मंत्री का बॉडीगार्ड घायल हो गया, जबकि अफरा-तफरी के बीच सुरक्षाकर्मियों को भी चोटें आईं।
जानकारी के अनुसार, मंत्री श्रवण कुमार और स्थानीय विधायक प्रेम मुखिया सोमवार को मलावां गांव पहुंचे थे। वे 2 दिन पहले हुए सड़क हादसे में मारे गए 9 लोगों के परिजनों से मिलने और उन्हें ढांढस बंधाने गए थे। लेकिन मुलाकात के बाद जब काफिला गांव से बाहर निकल रहा था, तभी असामाजिक तत्वों ने अचानक पथराव और हमला शुरू कर दिया।
एक किलोमीटर तक काफिले का पीछा
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, भीड़ इतनी आक्रोशित थी कि करीब एक किलोमीटर तक मंत्री के काफिले का पीछा किया गया। इस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने किसी तरह मंत्री और विधायक को सुरक्षित बाहर निकाला। हालांकि कई पुलिसकर्मी और बॉडीगार्ड घायल हो गए।
मौके पर भारी पुलिस बल तैनात
घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के कई थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची। फिलहाल मलावां गांव और आस-पास के क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस ने हमले में शामिल अराजक तत्वों की पहचान शुरू कर दी है और कहा है कि किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
सड़क हादसे से उपजा गुस्सा
गौरतलब है कि दो दिन पहले नालंदा जिले में हुए दर्दनाक सड़क हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना से गांव के लोग बेहद आक्रोशित थे। जब मंत्री और विधायक संवेदना जताने पहुंचे, तो अचानक भीड़ का गुस्सा भड़क उठा और हालात बिगड़ गए।
विपक्ष ने साधा निशाना
इस घटना के बाद विपक्षी दलों ने कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि नीतीश सरकार में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। वहीं, जेडीयू नेताओं का कहना है कि लोगों की नाराजगी को असामाजिक तत्वों ने हिंसा में बदल दिया।