द लोकतंत्र: भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि देश में मानसून का असर अभी खत्म नहीं हुआ है। 11 से 16 सितंबर के बीच कई राज्यों में भारी बारिश, गरज-चमक और तेज हवाओं की संभावना जताई गई है। मौसम विशेषज्ञों ने खासकर पूर्वी, पूर्वोत्तर, मध्य और पश्चिम भारत के लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
मध्य भारत में 11 सितंबर को मध्य प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में भारी वर्षा का अनुमान है। छत्तीसगढ़ में 11 से 14 सितंबर तक लगातार तेज बारिश हो सकती है। बिहार में 11 से 14 सितंबर के बीच भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया गया है। राजधानी पटना समेत गोपालगंज, किशनगंज, मुजफ्फरपुर, सीवान, पूर्वी चंपारण, सारण, शिवहर, सीतामढ़ी, वैशाली और भागलपुर में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। बंगाल की खाड़ी में बने लो प्रेशर क्षेत्र के कारण अगले 48 से 72 घंटों तक कई जिलों में रुक-रुककर बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। इससे स्थानीय नदियों का जलस्तर बढ़ने और निचले इलाकों में जलभराव की समस्या की आशंका है।
ओडिशा में 11 और 12 सितंबर को भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 13 सितंबर को उप-हिमालयी इलाकों में तेज बारिश का अनुमान है। पूर्वोत्तर राज्यों अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में 11 से 16 सितंबर तक हल्की से मध्यम वर्षा के साथ कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना बनी रहेगी। यहां भूस्खलन और सड़क अवरोध का खतरा बढ़ सकता है।
उत्तर भारत में भी बारिश का दौर जारी रह सकता है। 11, 12, 15 और 16 सितंबर को पूर्वी उत्तर प्रदेश में और 12 सितंबर को पश्चिमी यूपी में वर्षा की संभावना है। गोरखपुर, संतकबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच और लखीमपुर खीरी में भारी बारिश का अलर्ट जारी है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में 13 और 14 सितंबर को भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है। पहाड़ी इलाकों में बादल फटने और भूस्खलन का खतरा अधिक रहेगा, इसलिए पर्यटकों को यात्रा से पहले मौसम की जानकारी अवश्य लेनी चाहिए।
पश्चिमी और दक्षिण भारत में भी बारिश की रफ्तार तेज़ रहने की उम्मीद है। महाराष्ट्र के कोंकण, गोवा, मराठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र में 12 से 16 सितंबर तक भारी वर्षा हो सकती है। मुंबई, सातारा, पुणे, नगर और विदर्भ क्षेत्र में तेज बारिश की चेतावनी दी गई है। दक्षिण भारत के तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक में गरज-चमक और तेज हवाओं के साथ बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। बिजली गिरने और आंधी-तूफान की घटनाओं को देखते हुए लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।