द लोकतंत्र/ बिहार : जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने सारण के अमनौर विधानसभा क्षेत्र में आयोजित “बिहार बदलाव जनसभा” में बिहार सरकार और केंद्र के नेताओं पर करारा हमला बोला। गृह मंत्री अमित शाह के हालिया बिहार दौरे पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने सबको जमीन पर लाकर खड़ा कर दिया है। प्रशांत किशोर ने पूछा, गुजरात में लगातार नई फैक्ट्रियां खुल रही हैं, लेकिन बिहार का युवा रोज़गार के लिए पलायन क्यों कर रहा है? पलायन कब रुकेगा?
मोदी-शाह और राहुल गांधी पर निशाना
प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार की ताक़त इतनी बड़ी है कि चाहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हों, गृह मंत्री अमित शाह हों या कांग्रेस नेता राहुल गांधी सभी को जनता के बीच आना ही पड़ता है। उन्होंने सवाल उठाया कि बिहार में उद्योग लगाने को लेकर ठोस कदम क्यों नहीं उठाए जा रहे। उन्होंने मढ़ौरा की चीनी मिल का उदाहरण देते हुए कहा, यह मिल तभी शुरू हो सकेगी जब लोग बदलाव के लिए वोट देंगे। अभी लोग वोट देकर मोदी को जिताते हैं, लेकिन फैक्ट्रियां बिहार में नहीं, गुजरात में लगती हैं।
जनसभा के दौरान प्रशांत किशोर ने भाजपा सांसद संजय जायसवाल पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा, जितना फड़फड़ाना है, फड़फड़ा लें। कल पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चौथा किस्त जारी करूंगा, तब सब धराशायी हो जाएंगे।
जन सुराज का विज़न: पेंशन, शिक्षा और रोज़गार
सभा में प्रशांत किशोर ने जनता के सामने जन सुराज की रूपरेखा रखी। उन्होंने वादा किया कि दिसंबर 2025 से 60 वर्ष से अधिक उम्र के हर पुरुष और महिला को 2000 रुपये मासिक पेंशन दी जाएगी। उन्होंने शिक्षा को लेकर बड़ा ऐलान किया कि जब तक सरकारी विद्यालयों की व्यवस्था सुधार नहीं जाती, तब तक 15 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को निजी स्कूलों में पढ़ाने की फीस सरकार देगी। गरीब का बच्चा भी अंग्रेज़ी मीडियम में पढ़ सकेगा।
युवाओं के लिए रोज़गार का भरोसा
प्रशांत किशोर ने कहा कि इस साल बिहार की बदहाली की आखिरी दिवाली और छठ होगी। छठ के बाद सारण के युवाओं को पलायन नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने वादा किया कि बिहार के ऐसे 50 लाख युवाओं को वापस बुलाकर यहीं 10-12 हजार रुपये की मासिक मजदूरी का अवसर दिया जाएगा। उन्होंने कहा, अब बिहार के बेटे- बेटियों को अपने परिवार से दूर कमाई के लिए दूसरे राज्यों में जाने की मजबूरी खत्म होगी।