द लोकतंत्र : देश के हवाई अड्डों पर सुरक्षा को लेकर एक गंभीर मामला सामने आया है, जहाँ कुवैत से हैदराबाद जा रही इंडिगो की एक फ्लाइट को ‘ह्यूमन बम’ की धमकी मिलने के बाद मंगलवार को मुंबई डाइवर्ट कर दिया गया। हैदराबाद या दिल्ली एयरपोर्ट को मिले एक विस्तृत ईमेल से यह धमकी सामने आई, जिसके तुरंत बाद सुरक्षा एजेंसियाँ हाई अलर्ट पर आ गईं और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़े इंतजाम किए गए।
सुरक्षा तंत्र और तत्काल प्रतिक्रिया
धमकी की गंभीरता को देखते हुए मुंबई एयरपोर्ट अथॉरिटी तुरंत अलर्ट मोड पर आ गई।
- हाई अलर्ट: मुंबई एयरपोर्ट पर स्पेशल सिक्योरिटी टीमें, इमरजेंसी रिस्पॉन्डर और बम निरोधक दस्ते को तैयार रखा गया। अधिकारी हालात पर बारीकी से नज़र रखे हुए हैं। जानकारी के अनुसार, फ़्लाइट के मुंबई में उतरने के बाद उसे आइसोलेटेड स्थान पर ले जाया गया जहाँ जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
- जाँच का दायरा: सुरक्षा एजेंसियों ने धमकी के ईमेल के स्रोत का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है। ईमेल में विदेशी आईपी एड्रेस का उपयोग होने की संभावना है, जिसकी साइबर फोरेंसिक जांच की जा रही है। हालांकि, एयरलाइंस (इंडिगो) की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
झूठी कॉल (Hoax) का बढ़ता ख़तरा
यह घटना ऐसे समय में आई है जब एक दिन पहले ही महाराष्ट्र के ठाणे जिले में एक निजी स्कूल को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी, जो बाद में झूठी यानी ‘होक्स’ निकली।
- आतंक का दुरुपयोग: सुरक्षा को गंभीरता से लेने के बावजूद, इस तरह की झूठी धमकियों के बढ़ते मामले राष्ट्रीय सुरक्षा तंत्र पर अनावश्यक बोझ डालते हैं और यात्रियों में भय पैदा करते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि सोशल मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक संवाद के माध्यम से इस तरह की अराजक गतिविधियाँ आसान हो गई हैं।
- कानूनी निहितार्थ: जांच में यदि यह धमकी झूठी पाई जाती है, तो भी संबंधित व्यक्ति पर राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने के गंभीर आरोप लगेंगे। इस तरह की कार्रवाई से न केवल सुरक्षा संसाधन व्यर्थ होते हैं, बल्कि विमानन उद्योग को वित्तीय नुकसान भी होता है।
यह घटना एक बार फिर याद दिलाती है कि हवाई यात्रा की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और प्रत्येक धमकी को गंभीरता से लेना अनिवार्य है, भले ही उसके झूठे होने की संभावना हो।

