द लोकतंत्र : हरियाणा के पानीपत की ‘साइको किलर’ पूनम के मामले में हर दिन चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। छह वर्षीय बच्ची विधि की हत्या के मामले में गिरफ्तार पूनम के खूनी खेल की जांच में अब उसके चचेरे भाई सुरेंद्र ने एक नया और हैरान कर देने वाला पहलू जोड़ा है, जो मामले को तंत्र-मंत्र की ओर मोड़ता है। सुरेंद्र ने पुलिस को बताया है कि विधि सहित जिन अन्य तीन बच्चों को पूनम ने मारा, उन तीनों दिन एकादशी थी। फिलहाल पुलिस इन गंभीर आरोपों पर भी पूनम से पूछताछ कर रही है।
एकादशी और हत्याओं का संबंध
आरोपी पूनम, सोनीपत के भावड़ गांव की निवासी है, जिसका मायका पानीपत के सिवाय गांव में है। पूनम ने इसी साल 18 अगस्त को अपने चचेरे भाई सुरेंद्र की बेटी जिया को भी मौत के घाट उतार दिया था।
जिया की लाश घर में बने पानी के टैंक में मिली थी, और ठीक इसी तरह पूनम के खुद के बेटे शुभम और उसकी ननद की बेटी इशिका की भी मौत हो चुकी थी।
सुरेंद्र ने कहा कि जब उसने बार-बार सभी पहलुओं पर विचार किया, तो यह सामने आया कि तीनों वारदात के दिन एकादशी थी और तीनों की हत्या करने का तरीका एक ही था। यह बात तंत्र-मंत्र या किसी तांत्रिक क्रिया से जुड़ी हो सकती है।
‘साइको’ प्रवृत्ति और सुंदर बच्चों से घृणा
पुलिस की गिरफ्त में आई पूनम से पूछताछ में जो खुलासे हुए हैं, वे उसकी मनोवैज्ञानिक विकृति की ओर इशारा करते हैं।
सबसे हैरान करने वाला खुलासा यह है कि पूनम को सुंदर बच्चे अच्छे नहीं लगते थे। अगर कोई सुंदर बच्चा उसे दिख जाए, तो वह उसकी हत्या करने की योजना बनाने लगती थी। उसने इसी मानसिकता के चलते अपने खुद के बेटे शुभम तक को मार डाला था।
परिवार की मांग: सजा-ए-मौत
लोक-लाज के चलते जिया की हत्या के समय पुलिस में मामला दर्ज नहीं कराया गया था, लेकिन अब विधि की हत्या के बाद पूरा मामला सामने आने पर, सुरेंद्र ने पुलिस-प्रशासन से पूनम को कड़ी से कड़ी सजा, यानी ‘सजा-ए-मौत’ दिए जाने की मांग की है। उनका तर्क है कि उम्रकैद या कम सजा मिलने पर वह पैरोल पर बाहर आकर और बच्चों की हत्या कर सकती है।
पुलिस अब इन सभी पहलूओं—साइको किलर मानसिकता, तंत्र-मंत्र का शक, और आपराधिक इतिहास—की गहनता से जांच कर रही है, ताकि इस वीभत्स अपराध के पीछे के सभी कारणों को उजागर किया जा सके।

