द लोकतंत्र : छत्तीसगढ़ राज्य की सांस्कृतिक, धार्मिक और प्राकृतिक विरासत को देश और दुनिया तक पहुँचाने के उद्देश्य से राज्य पर्यटन विभाग और आईआरसीटीसी (IRCTC) ने मिलकर ‘मुख्यमंत्री जन पर्यटन प्रोत्साहन योजना’ के तहत विशेष टूर पैकेजों की शुरुआत की है। इस पहल को राज्य में पर्यटन को जन-जन तक पहुँचाने और स्थानीय आर्थिक विकास को गति देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण और दूरदर्शी कदम माना जा रहा है। इन पैकेजों का संचालन मुख्य रूप से रायपुर से किया जाएगा, जो सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का वादा करते हैं।
प्रमुख टूर पैकेजों का विस्तृत विवरण
इस योजना के तहत चार प्रमुख टूर पैकेज संचालित किए जाएंगे, जो राज्य के प्रमुख आकर्षणों को कवर करेंगे।
- रायपुर सिटी टूर (दिवसीय भ्रमण): यह टूर राम मंदिर, ऊर्जा पार्क, पुरखौती मुक्तांगन, ट्राइबल म्यूजियम और कौशल्या माता मंदिर समेत राजधानी के मुख्य स्थलों की सैैर कराएगा।
- रायपुर सिटी धार्मिक टूर (दिवसीय भ्रमण): यह पैकेज पूरी तरह से धार्मिक स्थलों पर केंद्रित है, जिसमें हनुमान मंदिर, मां बंजारी मंदिर, इस्कॉन मंदिर, महामाया मंदिर और दंतेश्वरी माता मंदिर की यात्रा शामिल है।
- रायपुर–जगदलपुर सर्किट टूर (02 रातें / 03 दिन): यह सर्किट बस्तर क्षेत्र के प्राकृतिक सौंदर्य पर फोकस करता है। इसमें चित्रकोट जलप्रपात, कुटुमसर गुफा, कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान और दंतेश्वरी मंदिर जैसे आकर्षण शामिल होंगे।
- रायपुर–सिरपुर–बारनवापारा सर्किट टूर (01 रात / 02 दिन): यह टूर सिरपुर के ऐतिहासिक मंदिरों और बारनवापारा वन्यजीव अभयारण्य की जंगल सफारी का रोमांचक अनुभव प्रदान करेगा।
आर्थिक और सामाजिक प्रभाव
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस योजना को पर्यटन को जन-जन तक पहुंचाने का महत्वपूर्ण साधन बताया है। उनके अनुसार, इससे न केवल आर्थिक विकास को बल मिलेगा, बल्कि छत्तीसगढ़ की पहचान राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मजबूत होगी। पर्यटन मंत्री राजेश अग्रवाल ने कहा कि यह योजना स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ रोजगार के व्यापक अवसर भी उपलब्ध कराएगी।
- सब्सिडी का प्रावधान: इस योजना की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि 2 से 18 वर्ष तक के बच्चों को 85% और 18 वर्ष से अधिक के वयस्कों को 75% सब्सिडी दी जाएगी।
- यात्रा सुविधाएं: सभी पैकेजों में वातानुकूलित वाहन, हिंदी/अंग्रेजी गाइड, भोजन, स्नैक्स और ट्रैवल इंश्योरेंस जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। प्रत्येक पैकेज के लिए कम से कम 10 लोगों का समूह आवश्यक होगा।
यह पहल छत्तीसगढ़ की विविधता और समृद्धि को सामने लाएगी और स्थानीय अर्थव्यवस्था को सशक्त करने में अहम भूमिका निभाएगी।

