द लोकतंत्र : ताइवान की राजधानी ताइपे में बुधवार (3 अप्रैल) अल सुबह भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7.5 मापी गई। आँकड़ों के मुताबिक़ बीते 25 सालों में यह ताइवान का सबसे भीषण भूकंप है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, भूकंप के झटके इतने ज्यादा तेज थे कि ताइपे के कई हिस्सों की बिजली गुल हो गई है। इसके साथ ही भूकंप के कारण कई जगह कार क्षतिग्रस्त, छतों के टूटने और झुकी हुई इमारतों की तस्वीरें सामने आई हैं।
भूकंप के झटके इतने तेज थे कि कम आबादी वाले क्षेत्र हुआलिएन में एक बहुमंज़िली इमारत बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और इसकी पहली मंजिल पूरी तरह ढह गई और बाकी बिल्डिंग 45 डिग्री के कोण पर झुक गई।
सुनामी की चेतावनी जारी
भूकंप के झटकों के तुरंत बाद पड़ोसी देश जापान अलर्ट हो गया है और उसने सुनामी की चेतावनी जारी कर दी। लोगों को तत्काल निचले इलाकों को छोड़कर जाने को भी कहा गया है। जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने कहा कि भूकंप आने के लगभग 15 मिनट बाद योनागुनी द्वीप के तट पर 30 सेमी (लगभग 1 फीट) की सुनामी लहर का पता चला है। जेएएमए ने कहा कि लहरें मियाको और येयामा द्वीपों के तटों से भी टकरा सकती हैं।
भूकंप का केंद्र हुलिएन शहर से लगभग 18 किलोमीटर दक्षिण में रहा। ताइवान के सेंट्रल वेदर एडमिनिस्ट्रेशन ने भी भूकंप के झटकों के बाद सुनामी की चेतावनी जारी कर दी है। सीडब्ल्यूए की तरफ से निवासियों को सुनामी का अलर्ट भेजा गया है। इसमें बताया है कि उत्तरी तटीय इलाकों में सुनामी आ सकती है। लोगों से कहा गया है कि जीवन रक्षा के लिए वे जल्द ही ऊंचाई वाले इलाकों में चले जाएं।
वोलकेनो डिस्कवरी की रिपोर्ट के मुताबिक, भूकंप के झटके स्थानीय समय के मुताबिक सुबह 9 बजे महसूस किए गए हैं। भूकंप की गहराई 35 किमी थी और इसे देश के एक बड़े हिस्से में महसूस किया गया।
25 साल बाद यहां इतना शक्तिशाली भूकंप आया
ताइवान में बुधवार सुबह जोरदार भूंकप आया है। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (यूएसजीएस) के मुताबिक भूकंप की तीव्रता 7.4 आंकी गई है। कहा जा रहा है कि 25 साल बाद यहां इतना शक्तिशाली भूकंप आया है।भूकंप के झटकों से शहर के कई हिस्सों में बिजली गुल हो गई। दक्षिणी जापान और फिलीपींस के द्वीपों के लिए सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई है। पूर्वी ताइवान में कई इमारतें ढह गई हैं, हालांकि हताहतों के बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं है।
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ताइपे में भूकंप के बाद कुछ देर तक इमारतें हिलती रहीं। इस बीच, जापान की मौसम एजेंसी ने लोगों को इसी तरह के झटकों के लिए लगभग एक सप्ताह तक सतर्क रहने की चेतावनी दी है। भूकंप के पीछे ‘रिंग ऑफ़ फ़ायर’ में मूवमेंट होना बताया जा रहा है। रिंग ऑफ फायर का इलाका दो टेक्टोनिक प्लेटों का जंक्शन है। यह प्रशांत महासागर का इलाका है, जिसे प्रशांत रिम या पैसिफिक बेल्ट भी कहते हैं।