द लोकतंत्र : चुनावों में धनबल का प्रयोग खूब होता है। वोटर्स को लालच से प्रभावित करने के लिए अंधा पैसा, शराब और अन्य महँगा सामान बाँटा जाता है। लेकिन, संभवतः इस बार चुनाव आयोग इसे लेकर विशेष रूप से सतर्क है इसलिए देशभर में व्यापक तौर पर सघन चेकिंग अभियान चलाये जा रहे हैं। आज इसी क्रम में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और टीएमसी के नेता अभिषेक बनर्जी के हेलीकॉप्टर को भी चेक किया गया। चुनाव में धनबल को रोकने के कदम को लेकर इलेक्शन कमीशन ने आज एक अहम जानकारी दी है।
इलेक्शन कमीशन ने आज प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि हम चुनावों में धनबल के प्रभाव को रोकने के लिए हर दिन 100 करोड़ रुपये मूल्य की जब्ती कर रहे हैं। आयोग ने बताया कि, अब तक हम 4000 करोड़ से ज्यादा की जब्ती कर चुके हैं। आयोग ने आगे कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर चुनाव अधिकारी 1 मार्च से हर दिन 100 करोड़ रुपये जब्त कर रहे हैं।
आयोग के मुताबिक़, प्रवर्तन अधिकारी लोकसभा चुनाव के लिए मतदान शुरू होने से पहले ही अब तक 4,650 करोड़ रुपये की जब्ती कर चुके हैं, जो 2019 लोकसभा चुनावों में की गई कुल जब्ती से काफी अधिक है। आयोग ने जानकारी देते हुए कहा कि इसमें 395.95 करोड़ कैश जब्त हुए है। जबकि 489.31 करोड़ रुपये की शराब, 2068.58 करोड़ के ड्रग्स, 562.10 करोड़ के गोल्ड और 1142.49 करोड़ की कीमत के अन्य सामान जब्त किए गए हैं।
4,650 करोड़ रुपये से अधिक की रिकॉर्ड जब्ती
चुनाव आयोग ने एक बयान में कहा कि 2024 के आम चुनाव के साथ, ईसीआई देश में लोकसभा चुनावों के 75 साल के इतिहास में दर्ज की गई सबसे अधिक प्रलोभन की जब्ती की राह पर है। 18वीं लोकसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को पहले चरण का मतदान शुरू होने से पहले ही प्रवर्तन एजेंसियों ने धनबल पर रोक लगाने के लिए 4,650 करोड़ रुपये से अधिक की रिकॉर्ड जब्ती की है।
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आयोग के मुताबिक़, यह 75 साल के इतिहास में अब तक की सबसे अधिक रिकवरी है। चुनावों में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखने के लिए चुनाव आयोग देश में अलग-अलग एजेंसियों की मदद ले रहा है। कैश और सोने-चांदी-हीरे की जब्ती के लिए इनकम टैक्स, राज्य पुलिस, आरबीआई, SLBC, AAI, BCAS, स्टेट सिविल एविएशन, प्रवर्तन निदेशालय, डिपार्टमेंट ऑफ पोस्ट, CISF की मदद ली जा रही है जबकि शराब बांटने से रोकने के लिए राज्य पुलिस, राज्य एक्साइज और RPF मदद कर रही है।