द लोकतंत्र : राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम एक्ट के तहत जेल में बंद ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख और निर्दलीय सांसद अमृतपाल सिंह को लेकर कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी के बयान से उनकी पार्टी ने किनारा कर लिया है। दरअसल, लोकसभा में बजट सत्र पर चर्चा के दौरान पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने सदन में खालिस्तान समर्थक ‘वारिस पंजाब दे’ के चीफ और निर्दलीय सांसद अमृतपाल सिंह के समर्थन में बयान दिया था।
बता दें, पूर्व सीएम और कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने खडूर साहिब लोकसभा सीट के सांसद अमृतपाल सिंह का जिक्र करते हुए सदन में कहा कि, हर रोज आपातकाल की बात करते हैं, लेकिन आज देश में जो अघोषित आपातकाल है, उसका क्या? कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी के इस बयान से पार्टी ने किनारा कर लिया है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने चन्नी के बयान को उनकी निजी राय बताते हुए पार्टी का स्टैंड क्लीयर कर दिया।
कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा – ये भी एक तरह का आपातकाल
कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने अमृतपाल का ज़िक्र करते हुए आगे कहा कि ये भी एक तरह का आपातकाल है कि जब पंजाब में 20 लाख लोगों द्वारा सांसद चुने गए एक शख्स (अमृतपाल सिंह) को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम एक्ट के तहत जेल में डाल दिया गया है। जिसके चलते वे सदन में अपने क्षेत्र के लोगों की बात रखने में असमर्थ है। यह भी आपातकाल है।
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हालाँकि, चन्नी ने इस दौरान सीधे तौर पर अमृतपाल का नाम नहीं लिया, लेकिन भाजपा नेताओं ने दावा किया कि कांग्रेस सांसद दरअसल खडूर साहिब लोकसभा से निर्वाचित हुए अमृतपाल सिंह का ही जिक्र कर रहे थे। अमृतपाल को लेकर लोकसभा में चन्नी के बयान से कांग्रेस के कई सांसद नाराज थे। इसके बाद ही पार्टी ने चन्नी के बयान से दूरी बनाई है।
लोकसभा में बजट सत्र पर हो रही चर्चा के दौरान गुरुवार (25 जुलाई) को केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू और कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी के बीच सदन में तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली। हालाँकि हंगामा बढ़ने के कारण सदन की कार्यवाही लगभग 35 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई।