द लोकतंत्र : झारखंड से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के बयान से बीजेपी की सहयोगी दल जदयू भड़क गई है। बीजेपी सांसद के बयान पर जेडीयू के राष्ट्रीय सचिव राजीव रंजन ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है। राजीव रंजन ने कहा कि यह बेहद अव्यवहारिक, बचकाना, अज्ञानता पूर्ण, तनाव बढ़ाने वाला बयान है।
राजीव रंजन ने कहा कि एक वरिष्ठ सांसद के तौर पर राज्यों के पुनर्गठन और इससे जुड़े संवैधानिक प्रावधानों की जिस तरह से उन्होंने धज्जियां उड़ाई हैं, ऐसे नासमझी भरे बयान सुर्खियां तो बटोर सकते हैं, लेकिन इन बयानों को कोई गंभीरता से नहीं लेता है। ऐसे बयानों को खारिज करना चाहिए। इसके अलावा और कोई विकल्प नहीं बचता है।
क्या कहा था निशिकांत दुबे ने?
दरअसल, झारखंड से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने झारखंड के संथाल परगना और बिहार एवं बंगाल के कुछ जिलों को मिलाकर केंद्र शासित प्रदेश बनाने की मांग की है। गुरुवार को लोकसभा में उन्होंने झारखंड में घट रही हिंदू आबादी, बढ़ रही बांग्लादेशी घुसपैठ, धर्मांतरण और एनआरसी का मुद्दा लोकसभा में उठाया था। उन्होंने कहा कि बिहार से अलग होकर जब झारखंड एक अलग राज्य बना था तब संथाल परगना क्षेत्र में 2000 में आदिवासियों की संख्या 36 फीसदी थी, जो आज 26 फीसदी है।
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निशिकांत दुबे ने सदन में कहा, बांग्लादेश से घुसपैठ हमारे यहां लगातार बढ़ रही है, जो आदिवासी महिलाएं हैं उनके साथ बांग्लादेशी घुसपैठिये शादी कर रहे हैं। हमारे यहां से चुनाव लड़ने वाली आदिवासी महिलाओं के पति मुसलमान हैं। जिला परिषद की जो अध्यक्ष हैं उनके पति मुसलमान हैं। हमारे यहां एक लाख आदिवासी मुखिया हैं, जिनके पति मुसलमान हैं।
बांग्लादेशी घुसपैठिए आदिवासी महिलाओं से शादी कर उन्हें मुसलमान बना रहे हैं। 25 सीटों पर मुस्लिम आबादी 123% तक बढ़ी है। बंगाल के मालदा, मुर्शिदाबाद, बिहार के अररिया, किशनगंज, कटिहार और झारखंड के संथाल परगना क्षेत्र को UT बनाइए नहीं तो हिंदू खाली हो जाएंगे।