द लोकतंत्र : हफ्ते के पहले दिन सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट का दौर देखा गया। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स (Sensex) एक समय पर 800 अंकों से अधिक फिसल गया। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (Nifty) भी फिसलकर महत्वपूर्ण 26,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे आ गया। हालांकि, बाजार बंद होने पर कुछ मामूली सुधार दर्ज किया गया। बीएसई सेंसेक्स 609 अंक की गिरावट के साथ 85,102 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 225 अंक गिरकर 25,960 पर समाप्त हुआ। बाजार में यह गिरावट चौतरफा थी, जिससे निवेशकों में अनिश्चितता का माहौल बन गया।
इंडिगो शेयर में 9% की तगड़ी गिरावट
हाल ही में परिचालन संकट (Operational Crisis) से जूझ रही एयरलाइन कंपनी इंडिगो की पेरेंट कंपनी इंटरग्लोब एविएशन के शेयर में सोमवार को सबसे भारी गिरावट दर्ज की गई।
- गिरावट का कारण: एयरलाइन द्वारा बड़ी संख्या में उड़ानों को रद्द किए जाने और DGCA के हस्तक्षेप के बाद कंपनी को लेकर बाजार में बनी नकारात्मक धारणा ने शेयरों पर दबाव बनाया।
- स्थिति: इंडिगो का शेयर इंट्रा-डे कारोबार के दौरान 9 फीसदी तक टूटकर ₹4842.5 के स्तर पर कारोबार कर रहा था और इसका मार्केट कैप भी गिरकर ₹1.89 लाख करोड़ रुपये पर आ गया था।
डिफेंस और अन्य दिग्गज शेयरों पर दबाव
बाजार की यह गिरावट केवल एक सेक्टर तक सीमित नहीं रही। डिफेंस सेक्टर के शेयरों में भी भारी बिकवाली का भूचाल देखा गया।
- डिफेंस शेयर: रक्षा क्षेत्र की दिग्गज कंपनी BEL का शेयर 5.10 फीसदी गिरकर ट्रेड कर रहा था। इसके अलावा BDL का शेयर 5.55%, HAL का शेयर 3.60% और Mazagon Dock Shipbuilders का शेयर 5.06% तक टूट गया।
- अन्य बड़ी कंपनियां: लार्जकैप कैटेगरी में Eternal (2.48%), Trent (2.40%), Tata Steel (2.30%) और Bajaj Finserve (2.13%) जैसे प्रमुख शेयर भी गिरावट के साथ लाल निशान पर बंद हुए। अनिल अंबानी के शेयरों में भी रिलायंस पावर और रिलायंस इंफ्रा 5 फीसदी से ज्यादा फिसले।
बाजार बंद होने से पहले बीएसई लार्जकैप के अधिकांश शेयर गिरावट के दायरे में थे, जिससे यह स्पष्ट होता है कि सोमवार का दिन बाजार के लिए अत्यंत चुनौतीपूर्ण रहा।

