द लोकतंत्र: रूस के तटीय इलाके में 8.8 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आने के बाद जापान, अमेरिका और मैक्सिको तक सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई है। रूस के कुरील द्वीप और जापान के होक्काइडो क्षेत्र में सुनामी की लहरें पहुंचने लगी हैं।
इस घटना ने फिर से दुनिया को समुद्र में आने वाली तबाही की ताकत का एहसास करा दिया है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि सुनामी क्या होती है, यह कैसे बनती है, इसके पीछे का विज्ञान क्या है, और इतिहास में कब-कब ऐसी भयानक घटनाएं हुई हैं।
क्या होती है सुनामी?
सुनामी एक विशाल जल-लहर होती है जो समुद्र के अंदर किसी अचानक हुई भौगोलिक हलचल के कारण उत्पन्न होती है। आमतौर पर ये हलचल समुद्र तल के नीचे आए भूकंप, ज्वालामुखी विस्फोट या भूस्खलन के कारण होती है। जब समुद्र तल अचानक ऊपर या नीचे धकेला जाता है, तो भारी मात्रा में पानी विस्थापित होता है, जो एक ऊर्जावान लहर के रूप में सभी दिशाओं में फैलने लगता है।
सुनामी लहरें बेहद तेज़ होती हैं, जो जेट विमान की गति (लगभग 800 किमी/घंटा) से चल सकती हैं। हालांकि खुले समुद्र में इनकी ऊंचाई कम होती है, लेकिन जैसे-जैसे ये तटीय इलाकों के पास आती हैं, इनकी ऊंचाई कई मीटर तक बढ़ सकती है।
क्या भूकंप ही सुनामी का एकमात्र कारण हैं?
नहीं। भूकंप सुनामी का सबसे आम कारण है, लेकिन यह एकमात्र कारण नहीं है। 1883 में इंडोनेशिया के क्राकाटोआ ज्वालामुखी विस्फोट के बाद आई सुनामी में 30,000 से ज्यादा लोग मारे गए थे। इसके अलावा, महासागरों में गिरने वाले उल्कापिंड भी विशाल लहरें उत्पन्न कर सकते हैं।
सुनामी शब्द की उत्पत्ति और गलतफहमियां
“सुनामी” शब्द जापानी भाषा से आया है, जिसमें “सु” का अर्थ “बंदरगाह” और “नामी” का अर्थ “लहर” होता है। हालांकि इसे कभी-कभी “ज्वारीय लहर” (टाइडल वेव) भी कहा जाता है, लेकिन विशेषज्ञ मानते हैं कि इसका ज्वार-भाटा से कोई संबंध नहीं है।
कितनी घातक हो सकती है सुनामी?
सुनामी की घातकता इस बात पर निर्भर करती है कि पानी कितनी मात्रा में विस्थापित हुआ, तटीय इलाकों की स्थलाकृति कैसी है, और कितनी जल्दी चेतावनी दी गई।
तटीय क्षेत्रों में यह भीषण बाढ़ और संपत्ति का नुकसान कर सकती है। कई बार लहरें कई घंटे तक आती रहती हैं जिससे राहत कार्य भी बाधित हो जाता है।