द लोकतंत्र : दिवाली की आतिशबाजी के बाद देश की राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में हवा की गुणवत्ता फिर से खतरनाक श्रेणी में हो गई है। कई जगहों पर एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400 से पार बताया जा रहा है। इस बढ़ते एयर पॉल्यूशन से सेहत से जुड़ी परेशानी होने का खतरा बढ़ जाता है, खासकर बच्चे, बुजुर्ग और जिन लोगों को सांस से जुड़ी समस्या जैसे कि अस्थमा है, उन्हें इस दौरान अपना ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत होती है। इस दौरान की गई हल्की सी भी लापरवाही सेहत को बड़ा नुकसान पहुंचा सकती है।
इस मौसम में कई लोगों में खांसी-जुखाम जैसी समस्या काफी देखने को मिलती है। लेकिन इससे बचाव करना भी संभव है। आयुर्वेद एक्सपर्ट ने कुछ ऐसे आसान टिप्स बताए हैं, जो एयर पॉल्यूशन के कारण सेहत पर होने वाले नुकसान से बचाव करने में मदद कर सकते हैं।
आइए जानते हैं आयुर्वेद एक्सपर्ट की राह पर आधारित 5 जरूरी टिप्स:
1. मास्क पहनना है जरूरी
आयुर्वेद एक्सपर्ट का मानना है कि जिन्हें पहले से ही धुएं से एलर्जी या रेस्पिरेटरी सिस्टम से जुड़ी परेशानी है, तो उनके लिए यह जरूरी है कि वह मास्क पहन कर घर से बाहर निकलें। मास्क धूल और प्रदूषण के कणों को फेफड़ों में जाने से रोकता है।
2. नाक में डालें तेल (नस्य)
यह एक प्रभावी आयुर्वेदिक तरीका है। एक्सपर्ट के मुताबिक, सुबह और रात में नाक में सरसों के तेल की एक बूंद डालना (नस्य करना) फायदेमंद हो सकता है। यह न सिर्फ नाक के मार्ग को चिकना बनाता है, बल्कि प्रदूषण के कणों को शरीर में जाने से रोकने के लिए एक सुरक्षा परत का काम भी करता है।
3. तेल से कुल्ला (गंडूष/कवल)
यह भी एक पुराना और कारगर नुस्खा है। मुंह में दो चम्मच तेल (तिल का तेल या नारियल का तेल) डालें और उसे 20 मिनट के लिए रखें (कुल्ला न करें, बल्कि मुंह में घुमाएं)। इसके बाद तेल को बाहर फेंक दें और गुनगुने पानी से कुल्ला करें। यह प्रक्रिया गले और फेफड़ों को प्रदूषण के असर से बचाने में मदद कर सकती है।
4. हर्बल काढ़ा पिएं
खांसी और जुखाम की समस्या से राहत पाने के लिए एक खास हर्बल काढ़ा फायदेमंद होता है।
सामग्री: नमक, हल्दी और मुलेठी (Licorice) को थोड़ा भूनकर इसका काढ़ा बनाकर पिया जाए, तो यह सेहत के लिए फायदेमंद होता है। यह गले की खराश और कफ को शांत करने में मदद करता है।
5. तुलसी और नीम का सेवन
तुलसी और नीम दोनों ही अपने औषधीय गुणों के लिए जाने जाते हैं।
तुलसी (Tulsi): सुबह तुलसी के 5 पत्ते चबा सकते हैं। तुलसी के पत्तों से इम्यूनिटी बूस्ट करने में मदद मिलती है, ऐसे में बदलते मौसम के कारण होने वाले खांसी-जुखाम से भी बचाव किया जा सकता है। यह पेट को साफ रखने और इंफेक्शन का खतरा कम करने में भी मदद कर सकती है।
नीम (Neem): इसके अलावा, नीम के 5 से 7 पत्ते सुबह चबा सकते हैं। नीम के पत्तों में भी एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जिससे इम्यूनिटी को बूस्ट करने में मदद मिलती है।
सावधानियां जरूरी: सेहतमंद रहने और पॉल्यूशन के कारण होने वाली समस्याओं से बचाव करने में ये घरेलू नुस्खे मदद कर सकते हैं। लेकिन सभी को अपने शरीर की जरूरत के मुताबिक इनका सेवन करना चाहिए। तुलसी के पत्तों की तासीर गर्म होती है, ऐसे में जिन लोगों को गर्म चीजों के सेवन से परेशानी होती है, उन्हें इसे लेने से परहेज करना चाहिए। इसके अलावा प्रेग्नेंसी, डायबिटीज, बीपी, अस्थमा या सेहत से जुड़ी किसी भी तरह के समस्या है, तो पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह लेनी चाहिए।

