द लोकतंत्र : करेला (Bitter Melon) का नाम सुनते ही लोग अक्सर इसके कड़वे स्वाद के कारण पीछे हट जाते हैं। लेकिन करेला सिर्फ फल ही नहीं, इसकी पत्तियां भी कई औषधीय गुणों से भरपूर होती हैं। पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों में करेला की पत्तियों का इस्तेमाल सदियों से किया जा रहा है। आधुनिक शोध भी इस बात की पुष्टि करता है कि इसकी पत्तियां लिवर को स्वस्थ रखने, ब्लड शुगर नियंत्रित करने और शरीर को डिटॉक्स करने में बेहद लाभकारी हैं।
करेला पत्तियों के पोषक तत्व
ResearchGate में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, करेला की पत्तियों में 27.38% प्रोटीन, 2.19% लिपिड्स, 3.48% फाइबर और 41.08% कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है। इसके अलावा इसमें बायोएक्टिव कंपाउंड्स और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर को कई बीमारियों से बचाते हैं और खासकर लिवर के लिए वरदान माने जाते हैं।
लिवर को मजबूत बनाने में सहायक
करेला की पत्तियों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स लिवर को डिटॉक्स करने और फ्री रैडिकल्स से बचाने का काम करते हैं। पारंपरिक आयुर्वेद में लिवर संबंधी रोगों के इलाज में करेला पत्तियों का उपयोग किया जाता है। यह लिवर की कोशिकाओं को रिपेयर करने और बेहतर ग्रोथ में मदद करता है।
डायबिटीज कंट्रोल में असरदार
NIH में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, करेला की पत्तियों में मौजूद तत्व इंसुलिन संवेदनशीलता (insulin sensitivity) को बेहतर बनाते हैं। ये पत्तियां ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करती हैं और डायबिटीज मरीजों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती हैं। हालांकि, डायबिटीज की दवाओं के साथ इनका सेवन करते समय सावधानी जरूरी है, क्योंकि यह ब्लड शुगर को बहुत कम कर सकती हैं।
पाचन और वजन नियंत्रण में लाभकारी
करेला की पत्तियां फाइबर से भरपूर होती हैं, जो पाचन को बेहतर बनाने और कब्ज से राहत देने में मदद करती हैं। साथ ही, यह वजन कम करने और बॉडी डिटॉक्स करने में भी अहम भूमिका निभाती हैं।
इम्यूनिटी और स्किन हेल्थ
इन पत्तियों का सेवन इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा को हेल्दी बनाए रखते हैं और झुर्रियों व पिंपल्स जैसी समस्याओं को कम करते हैं।
कैसे करें सेवन?
करेला की पत्तियों को आसानी से डाइट में शामिल किया जा सकता है। आप इसे सब्जी, जूस या सूप के रूप में ले सकते हैं। पारंपरिक रूप से इन पत्तियों को हल्का उबालकर या पका कर खाने की सलाह दी जाती है।
कुल मिलाकर, करेला की पत्तियां लिवर को स्वस्थ रखने, ब्लड शुगर नियंत्रित करने, पाचन सुधारने और शरीर को डिटॉक्स करने का प्राकृतिक और असरदार उपाय हैं।