द लोकतंत्र: दक्षिण भारतीय भोजन की बात हो और इडली-डोसा का जिक्र न आए, ऐसा हो ही नहीं सकता। इन व्यंजनों का स्वाद तब और बढ़ जाता है जब इन्हें नारियल की चटनी के साथ परोसा जाए। यह चटनी सिर्फ स्वादिष्ट ही नहीं बल्कि सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद मानी जाती है। हल्के मसालों और कम तेल के साथ बनने वाली नारियल की चटनी बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी की पसंदीदा डिश है।
नारियल की चटनी क्यों है खास?
आयुर्वेद विशेषज्ञों के अनुसार, कच्चा नारियल विटामिन A, प्रोटीन और फाइबर का अच्छा स्रोत होता है। इसकी चटनी शरीर को नेचुरल फैट्स (Good Fats) और हाई फाइबर देती है, जिससे गट हेल्थ बेहतर रहती है। इसमें मसाले बहुत कम होते हैं, इसलिए यह आसानी से पच जाती है। इसमें डाले जाने वाले करी पत्ते, राई और हींग न सिर्फ स्वाद बढ़ाते हैं बल्कि पाचन तंत्र को भी मजबूत करते हैं।
नारियल की चटनी बनाने की सामग्री
1 कप कद्दूकस किया हुआ नारियल (ताजा या सूखा)
2–3 बड़े चम्मच भुनी चना दाल
1–2 हरी मिर्च
½ इंच अदरक का टुकड़ा
स्वादानुसार नमक
तड़के के लिए: 1 छोटा चम्मच तेल, ½ छोटा चम्मच राई, 1 सूखी लाल मिर्च, 6–8 करी पत्ते, एक चुटकी हींग
बनाने की विधि (Coconut Chutney Recipe)
सबसे पहले मिक्सर जार में नारियल, भुनी चना दाल, हरी मिर्च, अदरक और नमक डालें।
इसमें थोड़ा-थोड़ा पानी डालकर दरदरी चटनी तैयार करें। ध्यान रखें कि चटनी न ज्यादा गाढ़ी हो और न ज्यादा पतली।
अब एक पैन में तेल गरम करें। इसमें राई डालें। जब यह चटकने लगे तो सूखी लाल मिर्च, करी पत्ता और हींग डालें।
तैयार तड़का नारियल की चटनी पर डालें और हल्का-सा मिलाएँ।
लीजिए, स्वाद और सेहत से भरपूर नारियल की चटनी तैयार है। इसे आप न केवल इडली-डोसा बल्कि वडा, उत्तपम या यहां तक कि सैंडविच और पराठों के साथ भी खा सकते हैं।
सेहत के फायदे
पाचन में मददगार – फाइबर से भरपूर।
इम्युनिटी बूस्टर – विटामिन A और एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद।
लो फैट डिश – हेल्दी फैट्स और कम तेल का इस्तेमाल।
गट हेल्थ फ्रेंडली – आंतों की सफाई और पाचन सुधार।
इस तरह नारियल की चटनी सिर्फ स्वाद ही नहीं बल्कि हेल्थ के लिहाज से भी एक बेहतरीन डिश है। भी एक बेहतरीन डिश है।