द लोकतंत्र : देव दीपावली, जिसे ‘देवों की दीपावली’ के नाम से भी जाना जाता है, रोशनी और आध्यात्मिक उत्साह से भरा एक भव्य पर्व है। यह त्योहार हर साल कार्तिक पूर्णिमा के दिन सेलिब्रेट किया जाता है। मान्यता है कि इस शुभ दिन पर स्वयं देवता धरती पर उतरकर गंगा स्नान करते हैं और लाखों दीपों के माध्यम से प्रभु विश्वनाथ (काशी विश्वनाथ) की आराधना करते हैं। इसी आस्था के कारण, वाराणसी को दीपों से इस तरह सजाया जाता है कि ऐसा प्रतीत होता है मानो स्वर्ग धरती पर उतर आया हो।
हालांकि, वाराणसी की देव दीपावली देशभर में प्रसिद्ध है, लेकिन देश के कई अन्य धार्मिक स्थानों पर भी इस पर्व का अद्भुत और अविस्मरणीय नज़ारा देखने को मिलता है। इस आर्टिकल में हम आपको उन्हीं चार प्रमुख जगहों के बारे में बता रहे हैं, जहां देव दीपावली का भव्य आयोजन होता है।
वाराणसी के अलावा इन 4 जगहों पर भी होती है देव दीपावली
1. उत्तर प्रदेश का प्रयागराज (Prayagraj, Uttar Pradesh)
उत्तर प्रदेश के संगम नगरी प्रयागराज में देव दीपावली का जश्न बड़े उत्साह के साथ देखने को मिलता है। प्रयागराज में गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती के त्रिवेणी तट पर यह आयोजन विशेष महत्व रखता है।
- भव्य नजारा: इस दौरान हजारों दीप जलाए जाते हैं जो गंगा और यमुना के पवित्र जल में एक अद्भुत नजारा पेश करते हैं।
- आयोजन: मंदिरों को दुल्हन की तरह सजाया जाता है, भक्तों की लंबी कतारें लगती हैं और विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है। इस दौरान गंगा आरती में शामिल होना एक अलग ही आध्यात्मिक अनुभव देता है।
2. हरिद्वार (Haridwar, Uttarakhand)
देव दीपावली का अद्भुत नजारा देखने के लिए उत्तराखंड स्थित पवित्र नगरी हरिद्वार जाना भी बेहद खास अनुभव है। हरिद्वार में इस दिन आस्था और रोशनी का अद्भुत मिलन होता है।
- आकर्षण का केंद्र: यहां हर की पौड़ी पर होने वाली गंगा आरती का नजारा देखने लायक होता है। पूरे घाट को दीपों से सजाया जाता है और चारों तरफ रोशनी ही रोशनी होती है।
- धार्मिक महत्व: मान्यता है कि इस दिन देवता स्वयं धरती पर आकर गंगा स्नान करते हैं। इसी वजह से श्रद्धालु भी इस शुभ तिथि पर गंगा में स्नान कर पुण्य अर्जित करते हैं।
3. झारखंड (Jharkhand)
वाराणसी की तरह ही झारखंड में भी देव दीपावली का अद्भुत नजारा देखने को मिलता है। यहां लोग इस पर्व को बड़ी श्रद्धा के साथ मनाते हैं।
- प्रमुख स्थान: रांची से लेकर देवघर तक के मंदिरों और घाटों में दीप जलाए जाते हैं।
- बैद्यनाथ धाम: देवघर स्थित बैद्यनाथ धाम (द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक) में इस अवसर पर विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। मंदिरों के अलावा लोग अपने घरों और आंगन को भी दीपों से रोशन करते हैं। कई जगहों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम और भजन-कीर्तन भी आयोजित किए जाते हैं।
4. उज्जैन (Ujjain, Madhya Pradesh)
मध्य प्रदेश के धार्मिक शहर उज्जैन में भी देव दीपावली को बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है, क्योंकि यह शहर भगवान शिव के महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग का निवास स्थान है।
- दिव्य माहौल: यहां महाकालेश्वर मंदिर के परिसर में भव्य नजारा देखने को मिलता है। हजारों दीपों से घाट और मंदिर को सजाया जाता है।
- विशेष आरती: मंदिर में इस दिन विशेष आरती का आयोजन होता है और हर तरफ ‘शिव’ के जयकारे गूंज रहे होते हैं। यहां का पूरा नज़ारा शिव भक्तों को एक अत्यंत दिव्य अनुभव देता है।
यह पर्व न केवल दीपों का उत्सव है, बल्कि यह पवित्र नदियों और मंदिरों के प्रति भारतीय आस्था और संस्कृति का भव्य प्रदर्शन भी है।

