द लोकतंत्र : फूलों का इस्तेमाल न सिर्फ घर की खूबसूरती बढ़ाने के लिए किया जाता है, बल्कि धार्मिक कार्यों और पूजा-पाठ में भी इनका महत्व होता है। दिवाली पर मां लक्ष्मी को विशेष रूप से कमल का फूल चढ़ाया जाता है। आमतौर पर लोग सोचते हैं कि कमल सिर्फ तालाब में ही उगता है, लेकिन सही तकनीक अपनाकर इसे घर के गार्डन या टब में भी आसानी से उगाया जा सकता है।
कमल उगाने के दो तरीके
कमल का पौधा घर में दो तरीकों से लगाया जा सकता है, बीज (Seeds) और रनर (Tubers) से।
बीज से पौधा: इसमें फूल आने में लगभग 1 साल लग सकता है। कमल के बीज “कमलगट्टे” के नाम से बाजार या ऑनलाइन आसानी से मिल जाते हैं।
बीजर से पौधा: ट्यूबर से लगाया गया पौधा सिर्फ 2-3 महीने में फूल देने लगता है। यह तरीका तेज और आसान माना जाता है।
बीज से कमल का पौधा उगाने का तरीका
सबसे पहले बीज को हल्का तोड़ें और पानी में डाल दें।
3 दिन तक रोज पानी बदलें। इसके बाद बीज अंकुरित होने लगेंगे।
जड़ निकलने के बाद इन्हें काली चिकनी मिट्टी में लगाएं।
इस मिट्टी में पौधा बेहतर तरीके से ग्रो करेगा।
रनर से कमल का पौधा उगाने का तरीका
एक बड़ा प्लास्टिक टब लें।
इसमें 2 इंच गोबर की खाद और 4-6 इंच चिकनी मिट्टी डालें।
हेल्दी ट्यूबर (रनर) को 1 इंच की गहराई में दबाकर पानी डालें।
7-10 दिन में पत्तियां निकलना शुरू हो जाएंगी।
20 दिन बाद टब को पानी से भर दें।
पौधे की देखभाल कैसे करें?
कमल के पौधे को अच्छी धूप की आवश्यकता होती है, इसलिए इसे धूप वाली जगह रखें।
पत्तियों को रोजाना साफ करें ताकि धूल न जमे।
पौधे को मजबूती देने के लिए खाद का इस्तेमाल करें। खाद को सीधे न डालकर कपड़े में बांधकर मिट्टी में दबा दें।
हर 2-3 दिन में पानी बदलते रहें।
कितने दिनों में फूल आएंगे?
सही देखभाल करने पर 30-40 दिन में कली आने लगती है और 2-3 महीने में खूबसूरत कमल के फूल खिलने लगते हैं।
दिवाली पर घर में खिले कमल के फूल को मां लक्ष्मी को अर्पित करना न सिर्फ शुभ माना जाता है बल्कि घर की पवित्रता और सकारात्मकता को भी बढ़ाता है।