द लोकतंत्र: गर्मियों में मिलने वाले ताजे फलों में पीच (Peach) और एप्रीकॉट (Apricot) दो ऐसे नाम हैं, जो अक्सर लोगों को कन्फ्यूज़ कर देते हैं। दोनों ही मीठे-खट्टे स्वाद के कारण लोकप्रिय हैं और शरीर को ज़रूरी पोषण भी देते हैं, लेकिन स्वाद, बनावट और इस्तेमाल के मामले में इन दोनों में बड़ा फर्क है।
आकार और रंग में फर्क
एप्रीकॉट आकार में पीच से छोटा होता है। एक औसत एप्रीकॉट लगभग 35 ग्राम का होता है, जबकि एक पीच 120-130 ग्राम तक हो सकता है। रंग की बात करें तो दोनों पीले से नारंगी के बीच होते हैं, लेकिन पीच में गुलाबी या लाल आभा झलकती है। दोनों के छिलके पर हल्के रोएं होते हैं, पर पीच में यह ज़्यादा स्पष्ट दिखाई देते हैं।
स्वाद में अंतर
पीच का स्वाद मीठा और रसीला होता है, इसलिए इसे सीधे खाने या डेज़र्ट में इस्तेमाल करना पसंद किया जाता है। दूसरी ओर, एप्रीकॉट हल्की खटास लिए होता है और अक्सर इसे सुखाकर, जैम, जेली या मीठी डिश में प्रयोग किया जाता है।
पोषण संबंधी जानकारी
दोनों फलों में पोटैशियम, विटामिन सी और बीटा कैरोटीन जैसे ज़रूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं। पीच का आकार बड़ा होने से इनमें पोषक तत्व थोड़े ज़्यादा होते हैं। एप्रीकॉट में कैलोरी कम होती है, इसलिए यह वजन घटाने वालों के लिए अच्छा विकल्प है।
उत्पत्ति और इतिहास
पीच और एप्रीकॉट दोनों एक ही पौधों के परिवार (रोज़ फैमिली) से हैं। पीच की उत्पत्ति फारस (आज का ईरान) मानी जाती है, जबकि एप्रीकॉट को अर्मेनिया से जोड़ा जाता है। इनके नामों में भी क्षेत्रीय पहचान झलकती है।
कैसे करें इस्तेमाल
पीच और एप्रीकॉट दोनों का उपयोग स्मूदी, जैम, सलाद, केक, मिठाइयों और यहां तक कि कुछ नमकीन व्यंजनों में भी किया जाता है। अगर पीच उपलब्ध न हो, तो एप्रीकॉट का विकल्प लिया जा सकता है, लेकिन इसमें पानी या चीनी थोड़ा बढ़ाना पड़ सकता है क्योंकि एप्रीकॉट अपेक्षाकृत सूखा होता है।
गर्मियों के मौसम में ये दोनों फल न केवल स्वाद बढ़ाते हैं बल्कि शरीर को ठंडक और पोषण भी देते हैं। सही जानकारी के साथ इनका चुनाव करने पर आप अपने डाइट में एक हेल्दी और स्वादिष्ट बदलाव ला सकते हैं।