द लोकतंत्र: हमेशा बैलेंस डाइट लेने की सलाह दी जाती है, ताकि शरीर को सभी जरूरी पोषक तत्व मिल सकें। इन्हीं जरूरी तत्वों में से एक है फाइबर, जो पाचन तंत्र और गट हेल्थ को मजबूत बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है।
फाइबर क्या है?
डाइटरी फाइबर एक ऐसा कार्बोहाइड्रेट है जो पौधों में पाया जाता है, लेकिन शरीर इसे पचा नहीं सकता। यह बिना पचे ही पाचन तंत्र से होकर शरीर से बाहर निकल जाता है। फाइबर दो प्रकार के होते हैं—सॉल्युबल (घुलनशील) और इनसॉल्युबल (अघुलनशील)। दोनों का काम और फायदे अलग होते हैं।
सॉल्युबल फाइबर: ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है
सॉल्युबल फाइबर पानी में घुल जाता है और जेल जैसा रूप ले लेता है, जिससे पाचन प्रक्रिया धीमी होती है। यह शरीर को पोषक तत्वों को अच्छी तरह से अब्सॉर्ब करने में मदद करता है और साथ ही ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है।
फायदे:
एलडीएल (खराब कोलेस्ट्रॉल) को कम करता है
डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद
दिल की सेहत में सुधार
लंबे समय तक पेट भरा महसूस कराता है
स्रोत:
ओट्स, सेब, खट्टे फल, जौ, फलियां
इनसॉल्युबल फाइबर: कब्ज और वजन नियंत्रण में सहायक
इनसॉल्युबल फाइबर पानी में नहीं घुलता। यह खाने को आंतों में आगे बढ़ाने में मदद करता है, जिससे कब्ज की समस्या दूर होती है।
फायदे:
डाइजेशन बेहतर करता है।
पेट को लंबे समय तक भरा रखता है।
बार-बार भूख लगने से रोकता है।
वजन नियंत्रित करने में मदद करता है।
स्रोत:
साबुत अनाज, मेवे, फूलगोभी, हरी फलियां, आलू
कितना फाइबर लेना चाहिए?
एक वयस्क व्यक्ति को प्रतिदिन 25 से 38 ग्राम डाइटरी फाइबर की आवश्यकता होती है। यह मात्रा आपकी उम्र, जेंडर और हेल्थ स्टेटस पर निर्भर करती है।
सॉल्युबल और इनसॉल्युबल दोनों प्रकार के फाइबर शरीर के लिए बेहद ज़रूरी हैं। इनका नियमित सेवन न केवल पाचन को दुरुस्त रखता है, बल्कि डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल, और मोटापे जैसे गंभीर रोगों से भी बचाता है। इसलिए, अपनी रोजाना की डाइट में फाइबर से भरपूर फूड्स को ज़रूर शामिल करें।