द लोकतंत्र / देवरिया ब्यूरो : एबीवीपी गोरक्ष प्रांत द्वारा विश्वविद्यालय/ महाविद्यालयों में विद्यार्थियों की उपस्थिति दर बढ़ाने के उद्देश्य से परिसर चलो अभियान चलाया जा रहा है। शैक्षिक परिसरों में छात्रों की उपस्थिति दर लगातार कम हो रही है इसको लेकर विद्यार्थी परिषद द्वारा स्थापना दिवस के अंर्तगत 2 जुलाई से 9 जुलाई तक गोरक्ष प्रांत के समस्त 17 संगठनात्मक जिलों में रथयात्रा निकाली जा रही है। एबीवीपी द्वारा रथयात्रा के माध्यम से ‘परिसर चलो अभियान’ चलाया जा रहा है जिससे विद्यार्थियों को शैक्षिक परिसर में उपस्थिति दर बढ़ाने को लेकर जागरूक किया जा सके।
एबीवीपी ‘परिसर चलो रथ’ के माध्यम से फैला रही जागरूकता
बता दें, कोरोना महामारी के बाद से ही शैक्षिक परिसरों में विद्यार्थियों की उपस्थिति दर में गिरावट दर्ज की गई है। अभाविप के मुताबिक़ अनुपस्थिति की वजह से परिसर संस्कृति को विद्यार्थी भूलते जा रहे हैं और यह उनके सर्वांगीण विकास में बाधक सिद्ध हो रही है। परिसर एवं कक्षा की शिक्षा एक विद्यार्थी के समाजीकरण की प्रक्रिया का हिस्सा है जिससे वह समाज और राष्ट्र के प्रति अपना दायित्व समझता है।
अभाविप गोरक्ष प्रांत द्वारा चलाए जा रहे ‘परिसर चलो रथ’ के माध्यम से गोरक्षप्रांत के अंतर्गत आने वाले ज़िलों में जनजागरुकता अभियान चलाया जा रहा। इसी क्रम में कुशीनगर से आई रथयात्रा का गौरी बाजार, बैतालपर में एबीवीपी कार्यकर्ताओं द्वारा स्वामी विवेकानन्द जी के मूर्ति पर पुष्पार्चन और माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। उसके बाद, देवरिया के सुभाष चौक पर स्वागत व संगोष्ठी का आयोजन हुआ जिसमें प्रांत मंत्री मयंक राय ने विद्यार्थियों को संबोधित किया।
पदाधिकारियों ने किया छात्रों को संबोधित
छात्रों को संबोधित करते हुए प्रांत मंत्री मयंक राय ने कहा कि परिसरों में विद्यार्थियों की उपस्थिति कम हो रही है जो अत्यंत ही चिंताजनक है, जिसका कारण कोरोना काल में ऑनलाइन शिक्षा का प्रचलन, बेतरतीब बढ़ती फीस वृद्धि, शिक्षकों की कमी एवं शिक्षा का व्यवसायीकरण है। परिसरों के प्रति विद्यार्थियों की घटती रुचि उनके सर्वांगीण विकास में बाधक बन रही है इसलिए अभाविप ने परिसर चलो रथ यात्रा का शुभारंभ किया है जिससे विद्यार्थियों का विश्वास परिसरों पर बढ़े और वे परिसरों के तरफ पुनः प्रस्थान करें।
उन्होंने आगे कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अपने स्थापना काल से ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद राष्ट्र के पुनर्निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है, हम राष्ट्रीय पुनर्निर्माण के व्यापक संदर्भ में शैक्षिक परिवार की अवधारणा पर दृढ़ विश्वास रखकर संस्कारित छात्र शक्ति का निर्माण कर देश समाज में होने वाले सकारात्मक परिवर्तनों में अपनी भूमिका पूर्ण कर रहे है। इन्हीं सैद्धांतिक भूमिका के साथ परिषद 1949 से निरंतर अपना कार्य कर रही है। मयंक राय ने आगे कहा कि विद्यार्थी परिषद के इस अभियान से यह प्रयास किया जाएगा कि शिक्षा क्षेत्र में विद्यार्थियों के साथ जो अन्य हितधारक हैं उनकी भी सहभागिता सुनिश्चित कर परिसर को जीवंतता का केन्द्र बनाया जा सके। कक्षाओं का अव्यवस्थित होना भारत के भविष्य के लिए चिंताजनक है।
विद्यार्थी परिषद सदैव रचनात्मक कार्य करती है – अर्पित कसौधन
इस दौरान रथयात्रा के संयोजक प्रांत सह-मंत्री अर्पित कसौधन ने कहा, विद्यार्थी परिषद सदैव रचनात्मक कार्य करती हैं। विद्यार्थी परिषद की स्थापना के पीछे राष्ट्र के पुनर्निर्माण का उद्देश्य है। समाज का उत्थान विद्यार्थियों के द्वारा ही किया जा सकता है। विद्यार्थी परिषद का कार्य प्रत्येक शैक्षिक परिसर में विभिन्न प्रकार के गतिविधियों व कार्यक्रमों के माध्यम से होता है। शिक्षण संस्थानों की कक्षाओं में विद्यार्थियों की कम उपस्थिति चिंताजनक है।
कार्यक्रम के दौरान विभाग संयोजक सौम्य मिश्र ने कहा कि, परिसर चलो अभियान के निमित्त ये रथयात्रा गोरक्ष प्रांत में इतिहास रचेगा और परिसर के प्रति युवाओं में पुनर्जागरण करने का काम करेगा। परिषद के कार्यक्रम, कार्यशैली और विचारधारा के अनुसार हजारों, लाखों कार्यकर्ताओं ने लगातार कार्य करके इसे और अधिक मजबूत किया है। हमारे अधिकतर कार्यक्रम सामान्य विद्यार्थियों की सहभागिता वाले होते हैं। इसके अलावा अभाविप देवरिया के जिला संयोजक अमित मणि त्रिपाठी ने कहा कि विद्यार्थी परिषद के इस अभियान से यह प्रयास किया जाएगा कि शिक्षा क्षेत्र में विद्यार्थियों के साथ जो अन्य हितधारक हैं उनकी भी सहभागिता सुनिश्चित कर परिसर को जीवंतता का केन्द्र बनाया जा सके।
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परिसर चलो अभियान के माध्यम से चौपाल लगाई जाएगी, संगोष्ठी की जाएगी, नुक्कड़ नाटक किया जाएगा, पत्रक वितरण किया जाएगा, परिसर संस्कृति की महत्ता को बताया जाएगा और परिवारों में जाकर भी विद्यार्थियों को परिसर जा कर शिक्षा ग्रहण करने को प्रेरित किया जाएगा।
उक्त रथयात्रा देवरिया से सलेमपुर होते हुए बलिया को रवाना हुआ। इस अवसर पर अंकित मिश्रा, सविनय पांडेय, श्याम मणि, रणजीत सिंह, आदित्य मणि, आयुष गुप्ता, दीपू गुप्ता, डा विवेक मिश्र, डा राघवेंद्र पांडेय, डा नीरजा सिंह, कुलदीप पांडेय, सत्यम गुप्ता, मोनू पासवान, अतुल शर्मा, सूर्या प्रकाश सहित कई विद्यार्थी मौजूद रहें।