द लोकतंत्र: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में भारी बारिश के चलते शुक्रवार को मलाणा-I जलविद्युत परियोजना का एक कॉफर डैम आंशिक रूप से टूट गया। पार्वती नदी में अचानक जलस्तर बढ़ने से यह हादसा हुआ, जिससे निचले इलाकों में अफरातफरी मच गई। राहत की बात यह रही कि इस भयावह घटना में किसी की जान नहीं गई है। घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें पानी के तेज बहाव में भारी वाहन जैसे हाइड्रा, डम्पर, रॉक ब्रेकर और एक कैंपर बहते नजर आ रहे हैं।
बाढ़ के कारण टूटा बांध
वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे डैम टूटने के बाद पानी बेकाबू होकर निचले इलाकों में बह रहा है। डैम टूटने का कारण लगातार बारिश और पार्वती नदी का बढ़ा हुआ जलस्तर है। पार्वती घाटी में बनी स्थिति से प्रशासन सतर्क हो गया है और लोगों को नदी के किनारे और भूस्खलन संभावित इलाकों से दूर रहने की सलाह दी जा रही है।
बाढ़ और लैंडस्लाइड से जनजीवन प्रभावित
हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से मूसलधार बारिश जारी है। इसका असर कुल्लू समेत पार्वती घाटी में भी देखने को मिल रहा है। शुक्रवार को डैम टूटने के साथ ही कई अस्थाई पुल बह गए हैं। कुछ इलाकों में लैंडस्लाइड की घटनाएं भी सामने आई हैं, जिससे कई सड़कें बंद हो गई हैं। चंडीगढ़-मनाली और मनाली-लेह जैसे राष्ट्रीय राजमार्ग भी यातायात के लिए बंद कर दिए गए हैं।
यात्री परेशान, ट्रैफिक जाम
भूस्खलन के चलते पंडोह बांध के पास कैंच मोड़ पर एक टैक्सी चालक घायल हो गया, जबकि उसकी गाड़ी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। इसके साथ ही शिवाबदर मार्ग पर भी सड़क का एक हिस्सा धंस गया है। नतीजन, चंडीगढ़-मनाली हाईवे बाधित हुआ और ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई।
प्रशासन ने की अपील
प्रशासन की ओर से कहा गया है कि सभी नागरिक सतर्क रहें और अनावश्यक यात्रा से बचें। लगातार हो रही बारिश के कारण हालात और बिगड़ सकते हैं। बचाव दल और आपातकालीन टीमें अलर्ट पर हैं।