द लोकतंत्र/ नई दिल्ली : भारत की तेज़ रफ़्तार विकास यात्रा पर अब दुनिया भी अपनी मुहर लगा रही है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने गुरुवार (9 सितंबर 2025) को भारत की प्रगति की जमकर सराहना करते हुए कहा कि भारत साल 2028 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन इस ऐतिहासिक सफर में भारत का ‘सबसे भरोसेमंद सहयोगी’ बनना चाहता है। मुंबई पहुंचे स्टार्मर ने भारत की आर्थिक नीतियों, तकनीकी प्रगति और वैश्विक नेतृत्व की प्रशंसा की।
भारत अभूतपूर्व गति से आगे बढ़ रहा है- कीर स्टार्मर
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की आर्थिक वृद्धि दुनिया के लिए प्रेरणा है। उन्होंने कहा, भारत अभूतपूर्व गति से आगे बढ़ रहा है। ब्रिटेन-भारत व्यापार समझौता हमारी दोनों अर्थव्यवस्थाओं को नई दिशा देगा और टेक्नोलॉजी, लाइफ साइंस व रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाएगा। स्टार्मर के अनुसार, दोनों देश ‘ब्रिटेन-भारत टेक्नोलॉजी सिक्योरिटी इनिशिएटिव’ को भी गहराई से आगे बढ़ा रहे हैं, जो साइबर सुरक्षा और डिजिटल इनोवेशन में साझेदारी को मजबूत करेगा।
रूस-यूक्रेन युद्ध पर साझा दृष्टिकोण
कीर स्टार्मर ने बताया कि उनकी भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रचनात्मक बातचीत हुई। इस दौरान दोनों नेताओं ने रूस-यूक्रेन संघर्ष पर चर्चा की और शांति स्थापित करने के लिए साझा दृष्टिकोण अपनाने पर सहमति जताई। उन्होंने कहा कि भारत की भूमिका वैश्विक स्थिरता में अहम है और ब्रिटेन चाहता है कि भारत इस दिशा में अग्रणी भूमिका निभाए।
इसके अलावा, स्टार्मर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इजरायल-हमास शांति प्रस्ताव की सराहना की। उन्होंने कहा, यह योजना गाज़ा के नागरिकों, बंधकों और पूरी दुनिया के लिए राहत लेकर आई है। अब जरूरी है कि इस शांति प्रस्ताव को बिना देरी के पूरी तरह लागू किया जाए।
ट्रंप के ‘डेड इकोनॉमी’ बयान की निकली हवा, भारत को मिला अंतरराष्ट्रीय समर्थन
हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत की अर्थव्यवस्था को ‘डेड इकोनॉमी’ कहा था। यह बयान तब आया जब भारत ने रूसी तेल आयात पर अमेरिका द्वारा लगाए गए 50% टैरिफ का विरोध किया था। भारत ने इस कार्रवाई को एकतरफा बताया था, जिसके बाद ट्रंप ने व्यंग्यपूर्ण लहजे में कहा था कि भारत और रूस अपनी डेड इकोनॉमी को नीचे गिराते रहें, मुझे फर्क नहीं पड़ता।
लेकिन अब ब्रिटिश प्रधानमंत्री का बयान ट्रंप के उस दावे का सीधा जवाब बन गया है। उन्होंने न केवल भारत की आर्थिक शक्ति को स्वीकार किया, बल्कि यह भी कहा कि भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था का केंद्र बनने की दिशा में अग्रसर है।
भारत की विकास यात्रा को दुनिया ने माना
दरअसल, ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर का यह बयान भारत की बढ़ती वैश्विक प्रतिष्ठा का प्रमाण है। उन्होंने भारत को न सिर्फ व्यापारिक साझेदार बताया, बल्कि भविष्य की वैश्विक आर्थिक शक्ति के रूप में मान्यता दी। यह बयान इस बात का भी संकेत है कि भारत की अर्थव्यवस्था पर उठाए जाने वाले सवालों का जवाब अब विश्व नेतृत्व स्वयं दे रहा है।

