द लोकतंत्र : मिशन चंद्रयान 3 ( Chandrayaan 3 Mission ) को लेकर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ( ISRO ) ने ताजा अपडेट दिया है। वैज्ञानिकों द्वारा विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर (Pragyan Rover) को स्लीप मोड से बाहर लाने की कोशिश की जा रही है। विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर की तरफ से वैज्ञानिकों को अभी कोई सिग्नल नहीं मिल रहा है।
ISRO के वैज्ञानिक प्रज्ञान और विक्रम लाइन स संपर्क साधने में जुटे
बता दें कि, 23 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग के साथ भारत ने स्पेस रिसर्च की दिशा में इतिहास रच दिया था। भारत के मिशन मून पर दुनियाभर की निगाहें टिकी हुयी थी। विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर ने एक चंद्र दिवस पूरे करने के बाद स्लिप मोड में चले गए थे।
वैज्ञानिक पुनः प्रज्ञान और विक्रम को एक्टिव करने का प्रयास कर रहे हैं जिससे चन्द्रमा की सतह पर और भी रिसर्च किया जा सके। चंद्रयान-3 पर स्पेस एप्लीकेशन सेंटर के निदेशक नीलेश देसाई ने बताया कि अब लैंडर और रोवर को शनिवार को एक्टिव करने की कोशिश की जाएगी।
इसरो ने एक्स पर पोस्ट कर बताया कि विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर के साथ संचार स्थापित करने के प्रयास किए गए हैं ताकि उनकी जागने की स्थिति का पता लगाया जा सके। फिलहाल उनकी ओर से कोई सिग्नल नहीं मिले हैं। संपर्क स्थापित करने के प्रयास जारी रहेंगे।
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नीलेश देसाई ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से कहा कि चांद पर सुबह हो चुकी है। पहले हमारी योजना थी कि 22 सितंबर शाम तक प्रज्ञान रोवर और विक्रम लैंडर को फिर से सक्रिय करें, लेकिन कुछ कारणों से ये नहीं हो पाया। इससे पहले गुरुवार को इसरो ने कहा था कि लैंडर और रोवर 16 दिनों से स्लीप मोड में हैं और दोनों को शुक्रवार को सक्रिय किया जाएगा।