द लोकतंत्र/ सुदीप्त मणि त्रिपाठी : दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का ‘शीशमहल विवाद’ एक बार फिर गरमा गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली चुनावी कैंपेन की शुरुआत इसी मुद्दे से की, और अब CAG की रिपोर्ट ने इस विवाद को और हवा दे दी है। रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि केजरीवाल के मुख्यमंत्री आवास की रेनोवेशन में प्रस्तावित लागत से तीन गुना अधिक, यानी 33.66 करोड़ रुपये खर्च हुए। ये वही आवास है जिसे विपक्षी दल ‘शीशमहल’ कहकर AAP सरकार पर निशाना साधते रहे हैं।
CAG रिपोर्ट के मुताबिक, पहले इस काम की लागत का अनुमान 7.91 करोड़ रुपये लगाया गया था, जिसे बढ़ाकर 8.62 करोड़ रुपये कर दिया गया। लेकिन 2022 में रेनोवेशन पूरा होने तक खर्च 33.66 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। दीवारों पर मार्बल लगाने के लिए 20 लाख रुपये का बजट था, लेकिन खर्च 66.89 लाख रुपये हुआ। वहीं, फ्लोरिंग के लिए 5.5 लाख रुपये का प्रावधान था, लेकिन खर्च 14 लाख रुपये हो गए। सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात तो यह है कि इस आवास में लगे पर्दों पर 96 लाख रुपये खर्च हुए, जबकि किचन के उपकरणों पर 39 लाख रुपये की भारी भरकम रकम उड़ा दी गई।
दिल्ली सीएम आवास में मिनी बार भी
इतना ही नहीं, साफ-सफाई और फर्नीचर के नाम पर 1.87 करोड़ रुपये खर्च किए गए। रिपोर्ट में बताया गया है कि आवास में 18.52 लाख रुपये के ट्रेडमिल और अन्य जिम उपकरण लगाए गए। 4.80 लाख रुपये की लागत से एक मिनीबार भी बनवाया गया। क्या ये ‘आम आदमी’ के नेता का घर था या किसी फाइव-स्टार होटल का सुइट?
इस मुद्दे को लेकर भाजपा और कांग्रेस, दोनों ने केजरीवाल पर तीखा हमला किया है। भाजपा ने कहा, “यह ‘आम आदमी’ का नहीं, ‘शाही आदमी’ का महल है। वहीं, कांग्रेस जो लोकसभा चुनावों में AAP की साथी रही है, ने भी सवाल खड़े किए हैं। दोनों दलों ने CAG रिपोर्ट के आंकड़ों को जनता के सामने रखते हुए केजरीवाल की सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है।
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AAP ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि ये सब चुनावी ध्यान भटकाने की कोशिश है। पार्टी ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा के नेता खुद 2700 करोड़ रुपये के आवास में रहते हैं, 8400 करोड़ रुपये के विमान में उड़ते हैं और 10 लाख रुपये के सूट पहनते हैं। AAP ने यह भी तर्क दिया कि मुख्यमंत्री आवास सरकारी संपत्ति है और इसे भविष्य में अन्य मुख्यमंत्रियों को आवंटित किया जाएगा। यह विवाद उस वक्त और बड़ा हो गया जब यह सामने आया कि केजरीवाल ने सितंबर 2024 में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद इस आवास को अक्टूबर में खाली कर दिया। शराब घोटाले और भ्रष्टाचार के आरोपों में जेल जाने के बाद उन्होंने यह फैसला लिया था।
नई दिल्ली से कांग्रेस प्रत्याशी संदीप दीक्षित ने भी इस मामले में बोला था
बीते दिनों कंस्टीट्यूशन क्लब में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने भी आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल पर जोरदार हमला किया था। प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने ‘शीशमहल विवाद’ पर बोलते हुए खुलासा किया कि मुख्यमंत्री आवास में एक मिनी बार तक बनवाया गया है। दीक्षित ने इसे जनता के पैसे का सरासर दुरुपयोग करार दिया। उन्होंने केजरीवाल को पैथालॉजिकल लायर (जन्मजात झूठा) बताते हुए कहा, यह वही शख्स है, जो कभी खुद को साधारण जीवन जीने वाला आम आदमी बताता था, और अब आलीशान महल और महंगे पर्दों के पीछे छिपा है।