द लोकतंत्र : गोवा के अंजुना इलाके में स्थित नाइट क्लब ‘Birch by Romeo Lane’ में 6 और 7 दिसंबर 2025 की रात को हुई भयावह अग्निकांड की घटना ने पूरे राज्य को हिला कर रख दिया है। इस दर्दनाक हादसे में 25 लोगों की जान चली गई, जिनमें क्लब के 20 कर्मचारी और 5 पर्यटक शामिल थे। मृतकों में दिल्ली और कर्नाटक के पर्यटक शामिल हैं। आग इतनी तेजी से फैली कि लोगों को खुद को बचाने का मौका तक नहीं मिल पाया। प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है और सुरक्षा मानकों की अनदेखी को गंभीरता से लिया है।
पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारियां
अंजुना पुलिस ने घटना के तुरंत बाद क्राइम नंबर 154/2025 के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 105 (गैर-इरादतन हत्या जैसी स्थिति से संबंधित लापरवाही), 125, 125(a), 125(b) और 287 समेत अन्य गंभीर धाराएँ लगाई गई हैं। ये धाराएं सुरक्षा मानकों की खुली अनदेखी और लापरवाही से लोगों की जान जोखिम में डालने जैसे अपराधों को दर्शाती हैं।
- गिरफ्तार प्रबंधक: पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए क्लब प्रबंधन से जुड़े चार प्रमुख व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। इनमें राजीव मोडक (कॉरपोरेट जनरल मैनेजर), प्रियांशु ठाकुर (गेट मैनेजर), रजवीर सिंघानिया (बार मैनेजर) और विवेक सिंह (जनरल मैनेजर) शामिल हैं। इन्हें 6 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। दिल्ली से पकड़े गए भारत कोली को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
- लुक आउट नोटिस: अन्य संदिग्धों जैसे गौरव लूथरा, सौरभ लूथरा और अजय गुप्ता, तथा सुरिंदर कुमार खोसला के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर (LOC) जारी किया गया है ताकि वे देश छोड़कर न भाग सकें।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और दस्तावेजों की जब्ती
फॉरेंसिक टीम (FSL) ने घटना स्थल का गहन निरीक्षण किया है। गोवा मेडिकल कॉलेज में रखे गए शवों में से 21 का पोस्टमॉर्टम पूरा हो गया है और उन्हें परिजनों को सौंप दिया गया है।
- मौत का कारण: पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, 19 लोगों की मौत प्रमुख रूप से जहरीली गैस में सांस लेने के कारण हुई, जिससे उनके दिमाग और फेफड़ों में सूजन आ गई। दो लोगों की मौत जहरीली गैसों के प्रभाव और जलने से हुई।
- दस्तावेजों की जाँच: क्लब के संचालन से जुड़े सभी महत्वपूर्ण दस्तावेजों को जब्त कर लिया गया है। पुलिस ने अर्पोरा-नागोआ पंचायत कार्यालय सहित कई सरकारी दफ्तरों से कागजात जब्त किए हैं, विशेष तौर पर Survey No. 150/0 से जुड़े रिकॉर्ड कब्जे में लेकर जाँच शुरू कर दी गई है।
यह भीषण हादसा गोवा के नाइट लाइफ इकोसिस्टम में सुरक्षा प्रोटोकॉल और नियामक निगरानी की गंभीर कमी को दर्शाता है, जिससे आगे कड़े सुधारों की आवश्यकता है।

