द लोकतंत्र/ नई दिल्ली : गुरुवार, 12 जून 2025 को अहमदाबाद एयरपोर्ट पर एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर से न केवल देश में शोक की लहर दौड़ गई, बल्कि शेयर बाजार में भी इसका गहरा असर देखने को मिला। इस हादसे की खबर जैसे ही सामने आई, एविएशन सेक्टर के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की गई। ख़ासतौर पर IndiGo और SpiceJet के शेयरों में तेज़ गिरावट देखी गई, जिससे निवेशकों में दहशत फैल गई।
IndiGo के शेयर NSE पर 3.4% गिरकर ₹5,437.50 पर पहुंच गए, जबकि SpiceJet के शेयर 2.6% टूटकर ₹44.30 के स्तर पर बंद हुए। इस समय वैश्विक बाजार पहले से ही कमजोर संकेतों और इज़राइल-ईरान के बीच तनाव के चलते दबाव में थे, लेकिन एयर इंडिया हादसे की खबर ने माहौल को और बिगाड़ दिया। इसका असर सेंसेक्स और निफ्टी दोनों पर पड़ा और बड़ी गिरावट देखने को मिली।
BSE में लिस्टेड कंपनियों की मार्केट वैल्यू ₹4.19 लाख करोड़ तक गिर गई
सबसे ज्यादा बिकवाली IT सेक्टर में देखी गई, जहां BSE में लिस्टेड कंपनियों की मार्केट वैल्यू ₹4.19 लाख करोड़ तक गिर गई और कुल वैल्यू ₹451 लाख करोड़ पर आ गई। गौरतलब है कि मई 2025 में इंडिगो ने रिकॉर्ड मुनाफा दर्ज किया था – Q4 में 62% का उछाल आया और कंपनी ने ₹3,067 करोड़ का प्रॉफिट दर्ज किया। साथ ही ₹10 प्रति शेयर का डिविडेंड भी घोषित किया गया था।
SpiceJet के नतीजे अभी घोषित नहीं हुए हैं। कंपनी की बोर्ड बैठक 13 जून को प्रस्तावित है जिसमें Q4 और FY25 के नतीजों पर निर्णय लिया जाएगा। लेकिन एयर इंडिया हादसे की खबर ने पहले ही शेयर की दिशा बदल दी है, जो निवेशकों की चिंता को दर्शाता है। इस हादसे में 242 यात्री और क्रू मेंबर सवार थे, जिनमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 1 कनाडाई और 7 पुर्तगाली नागरिक शामिल हैं। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी इसी विमान में सवार थे। हादसे के बाद एयर इंडिया ने यात्रियों के परिजनों के लिए हेल्पलाइन नंबर 18005691444 जारी किया है।
बोइंग के स्टॉक पर भी असर
प्लेन क्रैश की वजह अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन यह बोइंग 787 ड्रीमलाइनर से जुड़ा पहला बड़ा हादसा माना जा रहा है। बोइंग के स्टॉक पर भी असर पड़ा है और प्री-मार्केट ट्रेडिंग में 8% तक की गिरावट आई है। बोइंग ने बयान जारी कर कहा कि वे हादसे की जानकारी ले रहे हैं और संबंधित एजेंसियों से संपर्क में हैं।
बोइंग 787 Dreamliner एक आधुनिक विमान है, जिसका इस्तेमाल British Airways, Qatar Airways, United Airlines समेत कई प्रमुख एयरलाइंस करती हैं। हालाँकि 2013 में इसकी बैटरियों में आग लगने की घटना सामने आई थी, जिसके बाद इसे अस्थायी रूप से ग्राउंड कर दिया गया था।
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इस हादसे ने बोइंग के पुराने हादसों की भी याद दिला दी – जैसे 2018 में लॉयन एयर (Boeing 737 Max) और 2019 में इथियोपियन एयरलाइंस की दुर्घटनाएं। इन दोनों घटनाओं के बाद 737 Max के सभी ऑपरेशनों पर रोक लगी थी। इस ताज़ा हादसे के बाद एयरलाइन इंडस्ट्री में सुरक्षा को लेकर सवाल फिर उठने लगे हैं। निवेशकों और यात्रियों दोनों के बीच भय का माहौल है। एयर इंडिया, DGCA और अन्य एजेंसियां मिलकर हादसे की जांच में जुटी हैं।