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Online Gaming Ban Bill 2025: ऑनलाइन गेमिंग पर बैन लगाने वाली है सरकार, संसद में पेश हुआ नया बिल

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द लोकतंत्र: टीम बनाइए और कुछ घंटों में करोड़पति बन जाइए… ऐसे विज्ञापन अक्सर टीवी और मोबाइल स्क्रीन पर दिखाई देते हैं। ऑनलाइन गेमिंग ऐप्स लोगों को इसी तरह का लालच देकर अपनी ओर खींचते हैं। कई लोग परेशानियों के बीच जल्दी अमीर बनने के सपने में अपनी मेहनत की कमाई इन ऐप्स पर खर्च कर देते हैं और फिर सट्टेबाजी के इस जाल में फंस जाते हैं।

अब सरकार ने ऐसे ऐप्स पर सख्त कार्रवाई का फैसला किया है। संसद में प्रमोशन एंड रेग्युलेशन ऑफ ऑनलाइन गेमिंग बिल, 2025 पेश किया गया है। इस बिल के जरिए ऑनलाइन गेमिंग में पैसे के लेन-देन और विज्ञापन को बैन करने की बात कही गई है।

क्या है Online Gaming Ban Bill 2025?

कैबिनेट की मंजूरी के बाद संसद में पेश हुए इस बिल का मकसद ऑनलाइन मनी गेमिंग और सट्टेबाजी पर रोक लगाना है।
इसमें किसी भी गेमिंग ऐप में पैसों के लेन-देन को अपराध माना जाएगा।
नियम तोड़ने पर तीन साल तक की जेल और एक करोड़ रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।
बार-बार नियम तोड़ने वालों को पांच साल तक की सजा और भारी जुर्माना होगा।

विज्ञापन देने वालों पर भी कार्रवाई

इस बिल के तहत न सिर्फ गेमिंग कंपनियों बल्कि उनके विज्ञापन प्रसारित करने वालों पर भी कार्रवाई होगी।
गलत विज्ञापन देने वालों को दो साल की कैद या 50 लाख रुपये तक का जुर्माना या दोनों हो सकते हैं।
इस तरह ऐसे सभी प्रचार अभियानों पर लगाम कसने की तैयारी है, जिनमें करोड़पति बनने का सपना दिखाकर यूजर्स को फंसाया जाता है।

ई-स्पोर्ट्स और सोशल गेम्स को मिलेगा बढ़ावा
हालांकि, बिल में यह साफ किया गया है कि इसका असर ई-स्पोर्ट्स और सोशल गेम्स (जैसे लूडो, कैंडी क्रश) पर नहीं पड़ेगा। इन गेम्स को बढ़ावा दिया जाएगा ताकि भारतीय स्टार्टअप्स और गेमिंग सेक्टर को नया बाजार मिल सके।

खिलाड़ियों को नहीं मिलेगी सजा
इस बिल के बाद कई लोग पूछ रहे हैं कि क्या ऑनलाइन गेम खेलने वाले खिलाड़ियों को भी सजा मिलेगी? सरकार ने साफ किया है कि खेल खेलने वाले यूजर्स को अपराधी नहीं बल्कि पीड़ित माना जाएगा। यानी, सजा उन कंपनियों और आयोजकों को मिलेगी जो लोगों से पैसा लगवाकर उन्हें सट्टेबाजी में धकेलते हैं।

क्यों उठाया गया यह कदम?

ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर करोड़ों रुपये गंवाने के मामले बढ़ रहे हैं।
कई लोग लत में फंसकर कर्ज और डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं।
कई बार आत्महत्या तक के मामले सामने आए हैं।
मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध गतिविधियों के लिए भी इन ऐप्स का इस्तेमाल हुआ है।

क्या ड्रीम-11 और ऐसे ऐप्स होंगे बैन?
लोगों के मन में सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या ड्रीम-11 जैसे ऐप्स भी बंद होंगे। बिल में साफ कहा गया है कि पैसा लगाकर खेले जाने वाले सभी ऐप्स पर रोक लगेगी। ऐसे में संभावना है कि ड्रीम-11 और फैंटेसी स्पोर्ट्स जैसे प्लेटफॉर्म्स पर भी कार्रवाई हो सकती है।

Team The Loktantra

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लोकतंत्र की मूल भावना के अनुरूप यह ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां स्वतंत्र विचारों की प्रधानता होगी। द लोकतंत्र के लिए 'पत्रकारिता' शब्द का मतलब बिलकुल अलग है। हम इसे 'प्रोफेशन' के तौर पर नहीं देखते बल्कि हमारे लिए यह समाज के प्रति जिम्मेदारी और जवाबदेही से पूर्ण एक 'आंदोलन' है।

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