Advertisement Carousel
National

PM मोदी का कड़ा संदेश: ऑपरेशन सिंदूर न्याय की प्रतिज्ञा, जवाब अभी स्थगित हुआ है, खत्म नहीं

PM Modi's strong message: Operation Sindoor is a pledge of justice, the answer has just been postponed, not over

द लोकतंत्र/ नई दिल्ली : आज बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर देश के नाम एक बेहद महत्वपूर्ण और भावनात्मक संबोधन में PM मोदी ने पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ भारत के स्टैंड को स्पष्ट कर दिया। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को भारत की सैन्य ताकत, निर्णायक नेतृत्व और आतंक के खिलाफ राष्ट्र की इच्छाशक्ति का प्रतीक बताया। पीएम ने यह भी साफ कर दिया कि भारत की कार्रवाई अभी खत्म नहीं हुई है, वो सिर्फ स्थगित हुई है।

आतंक का हिसाब, हर हाल में लिया जाएगा

पीएम मोदी ने कहा कि भारत की सेनाओं ने 6 और 7 मई की दरम्यानी रात पाकिस्तान और पीओके में आतंक के उन अड्डों को निशाना बनाया, जहां से भारत के खिलाफ षड्यंत्र रचे जा रहे थे। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई, जिसमें पर्यटकों को उनकी धार्मिक पहचान पूछकर मौत के घाट उतारा गया था।

प्रधानमंत्री ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेनाओं ने 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया और 100 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया। ये सभी आतंकवादी पाकिस्तान की जमीन पर खुलेआम घूम रहे थे और भारत के खिलाफ साजिशें रच रहे थे।

पाकिस्तान की बौखलाहट और उसकी नाकामी

पीएम मोदी ने कहा कि भारत की इस सटीक और शक्तिशाली कार्रवाई से पाकिस्तान पूरी तरह बौखला गया। उसने जवाबी हमला करने की कोशिश की, ड्रोन और मिसाइलों से भारत के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने का दुस्साहस किया, लेकिन भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान की मिसाइलों और ड्रोन को आसमान में ही नष्ट कर दिया।

प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के “न्यूक्लियर ब्लैकमेल” की रणनीति पर भी करारा वार किया। उन्होंने कहा कि भारत अब किसी भी प्रकार की परमाणु धमकी को नहीं सहेगा। अगर किसी भी तरह के आतंकी ठिकानों को न्यूक्लियर शील्ड की आड़ में छिपाने की कोशिश की गई, तो भारत वहाँ भी निर्णायक प्रहार करेगा।

पाकिस्तान की हार और बातचीत की गुहार

पीएम मोदी ने खुलासा किया कि 10 मई को पाकिस्तान की सेना ने भारत के DGMO से संपर्क किया और सीजफायर की अपील की। तब तक भारत पाकिस्तान के आतंक इंफ्रास्ट्रक्चर को भारी नुकसान पहुँचा चुका था। उन्होंने कहा, हमने पाकिस्तान के सीने में बसाए गए आतंक के अड्डों को खंडहर बना दिया। तभी पाकिस्तान को बातचीत की याद आई।

प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्र को आश्वस्त करते हुए कहा कि भारत ने जवाबी कार्रवाई को सिर्फ स्थगित किया है। अगर पाकिस्तान फिर से आतंकवाद का सहारा लेता है, तो भारत और भी कठोर कदम उठाने को तैयार है। उन्होंने कहा कि भारत अब पाकिस्तान के हर कदम को इस कसौटी पर परखेगा कि उसका रवैया क्या है।

नई नीति, नया पैमाना: ऑपरेशन सिंदूर

पीएम मोदी ने साफ कहा कि भारत ने अब आतंक के खिलाफ अपनी नीति और रणनीति को बदल दिया है। अब भारत की कार्रवाई उसके अपने नियमों और अपनी शर्तों पर होगी। उन्होंने कहा –

  1. आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं हो सकते।
  2. आतंकवाद और व्यापार एक साथ नहीं चल सकते।
  3. खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते।

तीन निर्णायक सिद्धांत

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने आतंक के खिलाफ तीन निर्णायक सिद्धांत तय किए हैं:

  • भारत पर हमला हुआ तो मुँहतोड़ जवाब दिया जाएगा। जवाब हमारे तरीके से होगा।
  • न्यूक्लियर ब्लैकमेल की आड़ में छिपे आतंक के अड्डों को बख्शा नहीं जाएगा।
  • आतंकी संगठनों और उन्हें पालने वाली सरकारों को अब अलग-अलग नहीं देखा जाएगा।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ न्याय की प्रतिज्ञा

पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर को देश की हर माँ, बहन और बेटी को समर्पित किया और कहा कि यह केवल एक सैन्य ऑपरेशन नहीं, बल्कि न्याय की प्रतिज्ञा है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत अब कमजोर नहीं है। अब भारत शक्ति और शांति दोनों का प्रतीक है। उन्होंने आगे कहा, आज बुद्ध पूर्णिमा है। भगवान बुद्ध ने हमें शांति का मार्ग दिखाया, लेकिन शांति का मार्ग शक्ति से होकर गुजरता है। साथ ही, प्रधानमंत्री ने वैश्विक नेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की घोषित नीति स्पष्ट है। अगर पाकिस्तान से बात होगी, तो केवल आतंकवाद और पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) पर होगी।

प्रधानमंत्री ने अंत में देशवासियों की एकजुटता और सैनिकों की बहादुरी की सराहना की। उन्होंने कहा कि जब पूरा देश एकसाथ खड़ा होता है, तभी ऐसे फौलादी फैसले लिए जाते हैं। ऑपरेशन सिंदूर ने दुनिया को यह दिखा दिया कि नया भारत आतंक के खिलाफ अब सिर्फ शब्दों से नहीं, सर्जिकल स्ट्राइक्स से जवाब देता है।

Team The Loktantra

Team The Loktantra

About Author

लोकतंत्र की मूल भावना के अनुरूप यह ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां स्वतंत्र विचारों की प्रधानता होगी। द लोकतंत्र के लिए 'पत्रकारिता' शब्द का मतलब बिलकुल अलग है। हम इसे 'प्रोफेशन' के तौर पर नहीं देखते बल्कि हमारे लिए यह समाज के प्रति जिम्मेदारी और जवाबदेही से पूर्ण एक 'आंदोलन' है।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may also like

Sanjay Singh AAP
National

राज्यसभा सांसद संजय सिंह क्यों हुए निलंबित, क्या है निलंबन के नियम

द लोकतंत्र : आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह को सोमवार को उच्च सदन (राज्यसभा) में हंगामा और
HSBC
National

HSBC की रिपोर्ट में महंगाई का संकेत, 5 फीसदी महंगाई दर रहने का अनुमान

द लोकतंत्र : HSBC की रिपोर्ट में महंगाई के संकेत मिले हैं। एचएसबीसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि गेहूं

This will close in 0 seconds